नयी दिल्ली : हिंसक माहौल में बच्चों के पलने-बढ़ने के संवेदनशील मुद्दे पर केंद्रित असमी फिल्म ‘शोइसोबोते धेमालिते’ ने एक और पुरस्कार जीता है. फिल्म को कथानक को लेकर एक अमेरिकी फिल्मोत्सव में पुरस्कार मिला है. बिद्युत कटकी निर्देशित इस फिल्म को पेन्सिलवेनिया में हाल में समाप्त हुए एरी अंतरराष्ट्रीय फिल्म उत्सव (ईआईएफएफ) में मिला है. मुम्बई में रहने वाले कटकी ने कहा कि ‘शोइसोबोते धेमालिते’ असमिया भाषा में दुनिया के लिए फिल्म है.
उन्होंने आगे कहा,’ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिले पुरस्कार से हमारा विश्वास और मजबूत हुआ है. यह उनके इस विश्वास को और मजबूत करता रखेगा कि ‘भावनाएं सब जगह समान होती हैं.’ फिल्म में अहम भूमिका निभाने वाले वरिष्ठ अभिनेता विक्टर बनर्जी ने कहा कि राजनीतिक व्यवस्था में व्याप्त हिंसा का कोई लाभ नहीं है और फिल्म इसी पर आधारित है.
कटकी ने कहा कि फिल्म असम की पृष्ठभूमि पर आधारित है लेकिन दुनियाभर के लोगों को जोड़ती है. इससे यह साबित होता है कि भावनाएं पुरी दुनिया में एक जैसी होती हैं. फिल्म ने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय उत्सवों में कई पुरस्कार जीते हैं.
इस फिल्म को अगस्त में फ्लोरिडा के ट्रेजर कोस्ट इंटरेनशनल फिल्म फेस्टिवल में सर्वश्रेष्ठ पटकथा पुरस्कार मिला है. उसे पांच श्रेणियों में नामित किया गया था.