नयी दिल्ली : हॉलीवुड से शुरू हुआ ‘मी टू’ अभियान भारत में एक सनसनी की तरह फैल गया है और इसमें कई बड़े लोगों के नाम अब तक सामने आ चुके हैं. इसी अभियान के बीच जानी मानी अभिनेत्री रेणुका शहाणे का कहना है कि ऐसी शायद ही कोई महिला हो जिसके पास ‘मी टू’ कहानी न हो.
अभिनेत्री ने कहा कि उनके पास भी ‘मी टू’ से जुड़ी कहानी है लेकिन उनके साथ गलत काम करने वाला कोई प्रसिद्ध व्यक्ति नहीं था. उन्होंने कहा, मैं नहीं मानती हूं कि ऐसी एक भी महिला होगी जिसके पास ‘मी टू’ की कहानी नहीं होगी.
मेरी कहानी में कोई प्रसिद्ध व्यक्ति शामिल नहीं था. यह काफी समय पहले हुआ था लेकिन इसने मुझे प्रभावित किया था. इसने मेरे दुनिया देखने के नजरिये को प्रभावित किया.
शहाणे ने मुंबई से फोन के माध्यम से लिए गए साक्षात्कार में बताया, मैंने अपनी पूरी जिंदगी लोकल ट्रेन और बसों में सफर करते हुए बितायी है. यात्रा के दौरान आपको पता होता है कि कोई आपको छूकर, आपके स्तन को दबाकर निकल जाएगा या ऐसा ही कुछ और करेगा.
यह फर्क नहीं पड़ता है कि आप किस उम्र की हैं, शादीशुदा हैं या गर्भवती हैं. यह कभी न खत्म होने वाली सूची है. अभिनेत्री लगातार सामाजिक मामलों पर अपने विचार व्यक्त करती रही हैं.
वह हाल ही में सीने एंड टीवी आर्टिस्ट एसोसिएशन की परामर्श समिति की सदस्य भी नियुक्ति की गयी. यह समिति फिल्म उद्योग में यौन उत्पीड़न के मामलों को देखती है.
अभिनेत्री तनुश्री दत्ता द्वारा नाना पाटेकर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाये जाने के बाद फिल्म उद्योग की कई कलाकारों ने ‘मी टू’ की कहानी साझा की है.
आलोक नाथ, साजिद खान, सुभाष घई, कैलाश खेर और रजत कपूर जैसी फिल्म उद्योग की बड़ी हस्तियों पर यौन उत्पीड़न और कुछ मामलों में बलात्कार के आरोप लगे.
शहाणे ने कहा कि उन्होंने फिल्म उद्योग के भीतर यौन उत्पीड़न नहीं झेला लेकिन यह सिर्फ भाग्य की बात हो सकती है. अभिनेत्री ने कहा, मेरे पास भी प्रस्ताव आये थे लेकिन मेरे इंकार करने के बाद मेरी भावनाओं की कद्र की गयी.
मेरे साथ ऐसा हुआ. उन्होंने कहा कि आलोक नाथ की बदतमिजियां ऐसी थी, जिसे फिल्म उद्योग में बुरी तरह से छुपाया गया था. आलोक नाथ पर संध्या मृदुल, हिमानी शिवपुरी और दीपिका अमीन ने आरोप लगाये हैं.
शहाणे ने कहा कि आलोकनाथ के साथ राजश्री प्रोडक्शन ‘हम आपके हैं कौन’ और डीडी शो ‘इम्तिहान’ के बाद उन्हें नाथ के कथित गंदे व्यवहार का पता चला था.
एक पत्रिका ने यह खबर छापी थी कि ‘तारा’ की अभिनेत्री नवनीत निशान ने आलोक नाथ को थप्पड़ मारा था. ‘तारा’ की लेखिका-प्रोड्यूसर विन्ता नंदा ने नाथ पर दो दशक पहले यौन उत्पीड़न और बलात्कार के आरोप लगाए थे.
उन्होंने कहा, सभी को पता है कि एक बार जब वह (आलोक नाथ) शराब के नशे में डूबते हैं तो वह बिल्कुल एक अलग तरह के इंसान बन जाते हैं.
जब मैंने संध्या मृदुल की कहानी पढ़ी तो मैंने सोचा कि कम से कम आलोकनाथ ने यह स्वीकार तो किया. लेकिन हम यह देखतेआये हैं और उनका व्यवहार लगातार वैसा ही रहता आया है.
मुझे पार्टी करना ज्यादा पसंद नहीं है. इसलिए मेरा अनुभव उनके साथ वैसा नहीं रहा. अभिनेत्री ने कहा कि राजश्री अपने फिल्म के सेट पर कड़ा अनुशासन बनाकर रखता था.
जब शहाणे से पूछा गया कि कुछ लोग इस आंदोलन के बारे में कह रहे हैं कि यह ‘सार्वजनिक लिंचिंग’ है और निर्दोष पुरुष भी इसमें फंस रहे हैं तो शहाणे ने इस पर असहमति जतायी.
उनका कहना है कि कोई भी निर्दोष को जेल भेजना नहीं चाहता है. यह आंदोलन इसलिए उभर कर आया क्योंकि कानूनी प्रक्रिया बेहद लंबी है.