Sardar Vallabhbhai Patel Jayanti Speech in Hindi: हर साल 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती मनाई जाती है. सरदार पटेल ने अपनी समझदारी, कूटनीति और मजबूत नेतृत्व से देश को दोबारा बंटने से बचाया. वे देश के पहले गृहमंत्री और उपप्रधानमंत्री भी थे. ऐसे में आइए, उनकी जयंती पर याद करते छोटा सा भाषण. इस भाषण को आप अपने स्कूल असेंबली (School Assembly) में सुना सकते हैं.
Sardar Vallabhbhai Patel: मजबूत नेता थे
आजादी के बाद भारत के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी, देश के अलग-अलग हिस्सों में फैली 560 से ज्यादा रियासतों को एक साथ जोड़ना. लेकिन उस समय हमारे देश के पास एक ऐसा मजबूत नेता था जिसने यह मुश्किल काम संभव कर दिखाया, उनका नाम था सरदार वल्लभभाई पटेल.
National Unity Day: किस दिन के रूप में मनाई जाती है सरदार पटेल की जयंती?
हर साल 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती मनाई जाती है. भारत के एकीकरण में उनके ऐतिहासिक योगदान के सम्मान में इस दिन को राष्ट्रीय एकता दिवस (National Unity Day) के रूप में मनाया जाता है. 2014 में सरकार ने तय किया था कि सरदार पटेल की जयंती को “एकता दिवस” के रूप में मनाया जाएगा, ताकि देश की एकता, अखंडता और मजबूती के संदेश को आगे बढ़ाया जा सके.
Sardar Vallabhbhai Patel Jayanti Speech: भाषण 1
नमस्कार दोस्तों,
आज हम भारत के लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल जी की जयंती मना रहे हैं. उन्होंने आजादी के बाद 560 से ज्यादा रियासतों को एकजुट करके भारत को एक मजबूत राष्ट्र बनाया. उनकी दूरदर्शिता और दृढ़ निश्चय के कारण ही आज हम एक एकजुट भारत में रह रहे हैं. आइए, हम सब संकल्प लें कि देश की एकता और अखंडता बनाए रखेंगे.
जय हिंद!
Sardar Vallabhbhai Patel Jayanti Speech: भाषण 2
सुप्रभात सभी को,
आज 31 अक्टूबर है, और इस दिन को हम राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाते हैं.
यह दिन भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल जी की याद में मनाया जाता है. उन्होंने देश की सैकड़ों रियासतों को एकजुट कर भारत के नक्शे को एक रूप दिया.
उन्हें “भारत का लौहपुरुष” कहा जाता है क्योंकि वे अपने सिद्धांतों और निर्णयों पर अडिग रहे. आइए, हम सब उनके आदर्शों से प्रेरणा लेकर देश की एकता और प्रगति के लिए काम करें.
धन्यवाद, जय हिंद!
Sardar Vallabhbhai Patel Jayanti Speech: भाषण 3
सुप्रभात सभी शिक्षकों और मेरे साथियों
आज हम सब यहां सरदार वल्लभभाई पटेल जी की जयंती मनाने के लिए एकत्र हुए हैं. वे हमारे देश के महान स्वतंत्रता सेनानी और भारत के पहले गृह मंत्री थे. आजादी के बाद जब देश में 560 से अधिक रियासतें थीं, तब सरदार पटेल ने अपने मजबूत इरादों और समझदारी से सभी को भारतीय संघ में शामिल किया. उनके इस महान कार्य के कारण ही उन्हें भारत का लौहपुरुष कहा गया. हर साल 31 अक्टूबर को उनकी जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है. आइए, हम सरदार पटेल जी के जीवन से सीख लें कि एकता में ही हमारी असली ताकत है. जय जवान, जय किसान, जय हिंद!
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