JSSC Result 2025: झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) ने प्रशिक्षित स्नातक सहायक आचार्य संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा 2023 का परिणाम सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद जारी कर दिया है. हालांकि, जारी होने के तुरंत बाद इसमें कई गंभीर त्रुटियां सामने आईं. सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि कुछ उम्मीदवारों के नाम एक से अधिक जिलों में चयनित सूची में पाए गए हैं.
उदाहरण के तौर पर, अनारक्षित श्रेणी के एक पारा शिक्षक उम्मीदवार को दुमका और पूर्वी सिंहभूम दोनों जिलों में सीट अलॉट कर दी गई. जबकि नियम के अनुसार, किसी भी उम्मीदवार का चयन केवल एक ही जिले से होना चाहिए.
JSSC Result 2025: दो-दो जिलों में अलॉटमेंट
इसके अलावा, रिजल्ट में जातिगत आरक्षण में भी गड़बड़ियां सामने आई हैं. एक ही उम्मीदवार को दो अलग-अलग श्रेणियों में आरक्षण का लाभ दे दिया गया. जैसे कि पलामू जिले में एक अभ्यर्थी को पिछड़ा वर्ग (अनुसूची-2) और अनुसूचित जनजाति (ST) दोनों श्रेणियों में चयनित कर लिया गया.
रिजल्ट में सामने आए प्रमुख मामले
साहिबगंज (भाषा-नॉन पारा) – रोल नंबर 119803191 को एक साथ अनारक्षित और अत्यंत पिछड़ा वर्ग (अनुसूची-1) में चयनित किया गया.
दुमका – पूर्वी सिंहभूम (भाषा-पारा) – रोल नंबर 148646869 को अनारक्षित कोटे में दो अलग-अलग जिलों में स्थान दिया गया.
पलामू (गणित एवं विज्ञान-नॉन पारा) – रोल नंबर 116757074 को पिछड़ा वर्ग (अनुसूची-2) और अनुसूचित जनजाति (ST) दोनों में चयनित किया गया.
रामगढ़ (सामाजिक विज्ञान-नॉन पारा) – रोल नंबर 141567001 को अत्यंत पिछड़ा वर्ग और एक अन्य श्रेणी में स्थान मिला.
सरायकेला-खरसांवा (सामाजिक विज्ञान-नॉन पारा) – रोल नंबर 117501829 को गलत तरीके से लिस्ट में शामिल किया गया.
चतरा (सामाजिक विज्ञान-पारा) – रोल नंबर 144213408 को पिछड़ा वर्ग (अनुसूची-2) और अनुसूचित जनजाति दोनों में चयनित किया गया.
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