QR Code In School Dress: तमिलनाडु के त्रिची जिले के इडमलैपट्टी पुदुर स्थित कॉरपोरेशन प्राइमरी स्कूल इन दिनों चर्चा में है. वजह है यहां की अनोखी पहल- छात्रों की यूनिफॉर्म पर QR कोड. यह कदम सरकारी स्कूलों की छवि बदलने के साथ ही बच्चों की सुरक्षा और आधुनिक शिक्षा का नया अध्याय लिख रहा है.
सरकारी स्कूल, सुविधाएं निजी से बेहतर
करीब 650 बच्चों वाला यह स्कूल पहली नज़र में किसी प्राइवेट संस्थान जैसा लगता है. यहां स्मार्ट क्लासरूम, स्मार्ट बोर्ड, वाई-फाई, और रेलवे कोच जैसी पेंटिंग वाले क्रिएटिव क्लासरूम पहले से मौजूद हैं. अब इसमें जुड़ गई है एक और अनोखी सुविधा- QR कोड यूनिफॉर्म.
QR कोड से सुरक्षा पर जोर
हर बुधवार बच्चों को पीले, हरे, लाल और सफेद रंग की टी-शर्ट पहनाई जाती है, जिन पर QR कोड प्रिंट होते हैं. इस कोड को स्कैन करते ही तुरंत छात्र की कक्षा और स्कूल का नाम सामने आ जाता है. स्कूल प्रशासन का मानना है कि यह तकनीक छात्रों की सुरक्षा के लिहाज से बेहद कारगर होगी. भविष्य में इसमें घर का पता और अभिभावकों का मोबाइल नंबर जैसी जानकारी भी जोड़ी जाएगी.
हेडमिस्ट्रेस और शिक्षकों की मेहनत
इस बदलाव के पीछे स्कूल की हेडमिस्ट्रेस पुष्पलता और उनकी टीम का बड़ा योगदान है. राज्य सरकार और निगम की फंडिंग के साथ-साथ निजी सहयोग से स्कूल को लगातार अपग्रेड किया गया है. शिक्षिका लता रोजलिन के अनुसार, “QR कोड यूनिफॉर्म से बच्चे अगर कहीं खो जाते हैं तो उन्हें तुरंत पहचाना जा सकेगा. यह बच्चों की सुरक्षा और टेक्नोलॉजी अपनाने की दिशा में अहम कदम है.”
तमिलनाडु का पहला स्कूल
तमिलनाडु के सरकारी स्कूलों में यह अपनी तरह की पहली पहल है. QR कोड यूनिफॉर्म और स्मार्ट क्लासेस के जरिए यह स्कूल न केवल शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ा रहा है, बल्कि यह संदेश भी दे रहा है कि सरकारी संस्थान भी नवाचार और तकनीक से बदलाव ला सकते हैं.
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