Adolf Hitler in Hindi: एडोल्फ हिटलर एक ऐसा नाम है जिसे हम सबने सुना होगा. हालांकि बहुत कम लोग जानते होंगे कि एडोल्फ हिटलर का सपना था कि वह एक दिन मशहूर कलाकार बने लेकिन वह तानाशाह बन गए. एडोल्फ हिटलर का जन्म 20 अप्रैल 1889 को हुआ था. वियना में जीवन बिताने के बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखा और धीरे-धीरे सत्ता हासिल कर ली थी. बाद में वह जर्मनी के तानाशाह बने. इस लेख में जानते हैं तानाशाह एडोल्फ हिटलर (Adolf Hitler in Hindi) के बारे में विस्तार से.
एडोल्फ हिटल के बारे में (Adolf Hitler in Hindi)
रिपोर्ट्स और रिसर्च के अनुसार, एडोल्फ हिटलर का जन्म 20 अप्रैल 1889 को ऑस्ट्रिया के एक छोटे से शहर ब्राउनाउ में हुआ था. एडोल्फ हिटल को बचपन से कलाकार बनने का शौक था. पिता की मौत के बाद हिटलर ने अपने सपने को पूरा करने की कोशिश की और वियना की फाइन आर्ट्स एकडेमी में एडमिशन के लिए आवेदन किया लेकिन 1907 में उन्हें वहां से मना कर दिया गया.
कुछ समय बाद हिटलर की मां का भी निधन हो गया. इसके बाद हिटलर वियना चले गए और वहां उन्होंने हॉस्टल में रहकर पोस्टकार्ड बनाना शुरू किया और एक संघर्ष भरी जिंदगी जी. इसी दौरान उन्होंने कई ऐसे विचार अपनाए जो बाद में उनकी सोच और राजनीति का हिस्सा बन गए. वियना के मेयर कार्ल लुएगर की यहूदियों के खिलाफ नीतियों ने हिटलर पर गहरा असर डाला.
सेना में भर्ती और फिर राजनीति में कदम (Adolf Hitler in Hindi)
अगस्त 1914 में हिटलर ने जर्मनी की सेना में भर्ती होकर फ्रांस और बेल्जियम में लड़ाई लड़ी. उन्हें दो बार बहादुरी के लिए सम्मान मिला लेकिन एक बार गंभीर रूप से घायल भी हुए. नवंबर 1918 में युद्ध में जर्मनी की हार के बाद हिटलर बहुत निराश हुए. उन्हें लगा कि यहूदी और समाजवादी नेताओं ने देश से धोखा किया. यहीं से उन्होंने राजनीति में कदम रखने का मन बना लिया.
वर्साय की संधि और नाजी पार्टी का नेतृत्व (Adolf Hitler in Hindi)
जून 1919 में संधि में जर्मनी को हार की जिम्मेदारी लेनी पड़ी और भारी जुर्माना भी देना पड़ा. हिटलर को यह संधि अपमानजनक लगी और उन्होंने इसके खिलाफ आवाज उठाई. जुलाई 1921 में अपने बोलने के हुनर और प्रचार से हिटलर नाजी पार्टी के मुख्य नेता बन गए. उन्होंने अपने शर्तों पर पार्टी में दोबारा शामिल होकर पूरा कंट्रोल ले लिया.
“मीन काम्फ” बुक में क्या लिखा? (Adolf Hitler in Hindi)
नवंबर 1923 में हिटलर ने सरकार गिराने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उसे रोक दिया. गोलीबारी में कई लोग मारे गए और हिटलर जेल भेजा गया. जुलाई 1925 में जेल में रहते हुए हिटलर ने अपनी किताब “मीन काम्फ” लिखी, जिसमें उसने नस्लीय नफरत और तानाशाही के विचार दिए.
सभी को रहती है 1933 की याद (Adolf Hitler in Hindi)
जनवरी 1933 में हिटलर जर्मनी का चांसलर बना और कुछ ही महीनों में तानाशाही शक्तियां हासिल कर लीं. 1933 से नाजियों ने यहूदियों और अन्य लोगों को सार्वजनिक जीवन से बाहर करने की कोशिश की थी. जून 1934 में सेना के नेता उन अर्धसैनिक बलों से सावधान थे जिन्होंने हिटलर को सत्ता में लाने में मदद की थी.
द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत कब हुई? (2nd Worldwar in Hindi)
द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत 1 सितंबर 1939 को हुई थी जब हिटलर के नेतृत्व में नाजी जर्मनी ने पोलैंड पर आक्रमण किया. हिटलर का लक्ष्य यूरोप में जर्मनी का प्रभुत्व स्थापित करना था और पोलैंड पर हमला इस उद्देश्य को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था. इसके बाद, ब्रिटेन और फ्रांस ने जर्मनी के खिलाफ युद्ध की घोषणा की, जिससे द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत हुई. इससे करोड़ों लोग प्रभावित हुए।
1945 में हार और मौत (Adolf Hitler in Hindi)
अप्रैल 1945 में जब सोवियत सेना बर्लिन तक पहुंच गई तो हिटलर को अपनी हार तय लगने लगी. 29 अप्रैल को उसने ईवा ब्राउन से शादी की थी जो कई सालों से उसके साथ थी. अगले दिन यानि 20 अप्रैल को दोनों ने आत्महत्या कर ली और दुनिया का सबसे बड़ा तानाशाह खत्म हो गया.
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