CUET 2025 : कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) सफलता के लिए सुनियोजित रणनीति बेहद आवश्यक है. इस परीक्षा में लाखों प्रतिभागी भारत के प्रमुख विश्वविद्यालयों में प्रवेश सुनिश्चित करने के लिए कुछ हजार सीटों के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं. ऐसे में सही रणनीति समय प्रबंधन को प्रभावी बनाने और छात्रों को तैयारी के प्रति केंद्रित रखने के लिए प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.
परीक्षा को समझें
तैयारी के लिए किसी भी तरह की रणनीति बनाने से पहले, सीयूईटी परीक्षा के प्रारूप, सिलेबस और मार्किंग स्कीम को स्पष्ट रूप से समझें. यह परीक्षा मुख्य रूप से छात्रों में क्रिटिकल थिंकिंग, क्वांटिटेटिव रीजनिंग, लैंग्वेज प्रोफिशिएंसी एवं सब्जेक्ट-स्पेसिफिक नॉलेज का मूल्यांकन करती है. यदि छात्र परीक्षा पैटर्न और सिलेबस को अच्छी तरह से समझ लेते हैं, तो वे अपनी तैयारी को उचित रणनीति के अनुसार ढाल कर परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं.
सीयूईटी को तीन सेक्शन में बांटा गया है. सेक्शन-I (ए एवं बी) लैंग्वेज का है, जिसमें उम्मीदवार 13 भाषाओं में से अपनी पसंद की भाषा का चयन कर सकते हैं. लैंग्वेज के इस सेक्शन में कुल 40 प्रश्न पूछे जायेंगे, जिनके माध्यम से उम्मीदवारों की तथ्यात्मक, शैक्षणिक और कथात्मक विषय-वस्तु पर आधारित कौशलों का मूल्यांकन किया जायेगा. सेक्शन-II डोमेन स्पेसिफिक होगा. इसमें भी 40 प्रश्न होंगे. ये प्रश्न बारहवीं स्तर के होंगे. छात्रों को डोमेन स्पेसिफिक क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए एनसीईआरटी की किताबों से मूलभूत अवधारणाओं पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी जाती है. सेक्शन-III जनरल टेस्ट होगा. 50 अंकों के इस सेक्शन में सामान्य ज्ञान, मानसिक क्षमता, संख्यात्मक क्षमता, मात्रात्मक तर्क और तार्किक व विश्लेषणात्मक तर्कशक्ति का मूल्यांकन किया जाता है. इस सेक्शन का पाठ्यक्रम स्पष्ट रूप से परिभाषित नहीं है, ऐसे में उम्मीदवार व्यापक विषयों का अध्ययन करके अपने समग्र ज्ञान एवं तर्कशक्ति क्षमताओं को विकसित कर सकते हैं.
उम्मीदवार तीनों खंडों को मिलाकर न्यूनतम 3 और अधिकतम 5 विषय चुन सकते हैं. अंकन योजना के अनुसार प्रत्येक सही उत्तर के लिए 5 अंक दिये जायेंगे और प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 1 अंक काटा जायेगा.
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बनाएं मजबूत स्टडी प्लान
तैयारी की शुरुआत सुव्यवस्थित अध्ययन योजना बनाने से करें. सिलेबस के अनुसार मजबूत व कमजोर टॉपिक्स को ध्यान में रखते हुए टाइम टेबल तैयार करें, जिसमें विषयों के अध्ययन एवं तैयार टॉपिक्स को दोहराने के लिए समय आवंटित करें. टाइम टेबल को फॉलो करने में कोई लापरवाही न बरतें.
कमजोर टॉपिक्स पर दें अधिक ध्यान
आपने परीक्षा के लिए जिन विषयों का चयन किया है, उनके अनुसार मजबूत व कमजोर टॉपिक्स की एक सूची तैयार करें. टाइम टेबल में आसानी से तैयार होनेवाले टॉपिक्स व कठिन लगने वाले टॉपिक्स का संतुलन बनाएं. जो टॉपिक्स आपको कठिन लगते हैं, उन्हें ज्यादा समय दें.
नियमित अभ्यास है जरूरी
छात्रों को नियमित अभ्यास पर फाेकस करते हुए अपनी समस्या-समाधान क्षमता को मजबूत करना चाहिए. पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र, मॉक टेस्ट और सैम्पल पेपर हल करने से परीक्षा के प्रारूप से परिचित होने, बार-बार पूछे जाने वाले प्रश्नों की पहचान करने और वास्तविक परीक्षा के लिए अपनी तैयारी का आकलन करने में मदद मिलती है.
करेंट अफेयर्स को करें मजबूत
सीयूईटी परीक्षा छात्रों की समसामयिक घटनाओं और सामान्य ज्ञान की समझ का भी मूल्यांकन करती है. ऐसे में छात्रों को राजनीति, अर्थव्यवस्था और प्रौद्योगिकी सहित विभिन्न क्षेत्रों में होनेवाले परिवर्तनों से अपडेट रहना चाहिए. इसके लिए न्यूज पेपर, मैगजीन और न्यूज चैनल को माध्यम बना सकते हैं.
समय प्रबंधन पर दें ध्यान
परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए छात्रों को तैयारी के दौरान प्रभावी समय प्रबंधन तकनीक का अभ्यास करना चाहिए. कठिनाई के स्तर के आधार पर समय का सही ढंग से विभाजन करना चाहिए और जटिल प्रश्नों में अधिक समय व्यर्थ करने से बचना चाहिए.