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6 महीने में सीखें, लाखों कमाएं, ये सर्टिफिकेट कोर्स बदल देंगे आपका करियर

Best Certificate Course: जॉब मार्केट पर नजर डालें तो डिग्रियों से ज्यादा अब स्किल्स की डिमांड होने लगी है. इंटरव्यू में भी अब आपसे पूछा जाता है कि और क्या-क्या जानते हो. ऐसे में यहां 5 हाई डिमांड वाले सर्टिफिकेट कोर्स के बारे में बताया जा रहा है. खास बात ये है कि इन कोर्स को आप महज 6 महीने में कर सकते हैं.

Best Certificate Course: अगर आप जल्दी नौकरी पाना चाहते हैं या अपना करियर नई ऊंचाइयों पर ले जाना चाहते हैं, तो सिर्फ 6 महीने में किए जाने वाले सर्टिफिकेट कोर्स आपकी जिंदगी बदल सकते हैं. कम समय में स्किल्स सीखिए और लाखों की कमाई वाली नौकरियों का रास्ता खोलिए. आज के जमाने में डिग्री से ज्यादा काम की होती है स्किल और यही स्किल्स की जानकारी आपको यहां बताए कोर्सेस के जरिए मिलेंगी. चाहे आप 12वीं पास हों या ग्रेजुएट ये कोर्स आपके करियर को एक नया मोड़ दे सकते हैं.

Digital Marketing: डिजिटल मार्केटिंग

डिजिटल मार्केटिंग का मतलब है इंटरनेट और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स (जैसे सोशल मीडिया, वेबसाइट्स, गूगल, ईमेल) का इस्तेमाल करके किसी प्रोडक्ट, सर्विस या ब्रांड को प्रमोट करना. इसमें आप ऑनलाइन विज्ञापन बनाते हैं, सोशल मीडिया पर पोस्ट डालते हैं, वेबसाइट को सर्च इंजन (जैसे Google) पर ऊपर लाने के लिए SEO करते हैं और कस्टमर्स तक पहुंचने के लिए डिजिटल टूल्स का उपयोग करते हैं. आसान शब्दों में कहे तो ये ऑनलाइन दुनिया में बिजनेस को बढ़ाने का तरीका है.

योग्यता और कमाई: डिजिटल मार्केटिंग कोर्स में दाखिला लेने के लिए कम से कम 12वीं पास होना चाहिए. कुछ संस्थानों में ग्रेजुएशन डिग्री की मांग हो सकती है, लेकिन ज्यादातर कोर्सेज के लिए यह जरूरी नहीं है. बेसिक कंप्यूटर और इंटरनेट की जानकारी होनी चाहिए. कोई खास स्ट्रीम (साइंस, कॉमर्स, आर्ट्स) की जरूरत नहीं है. इसे कोई भी बैकग्राउंड वाला सीख सकता है. इस फील्ड में शुरुआत में हर महीने 20,000 से 30,000 रुपये महीने कमा सकते हैं.

Data Analytics: डेटा एनालिटिक्स या डेटा साइंस

डेटा एनालिटिक्स और डेटा साइंस का मतलब है डेटा को इकट्ठा करना, उसकी जांच करना और उससे बिजनेस या किसी काम के लिए सही फैसले लेने में मदद करना. आसान शब्दों में ये बड़ी मात्रा में डेटा (जैसे ग्राहकों की खरीदारी, वेबसाइट विजिट्स) को समझने और उसमें छिपे पैटर्न ढूंढने की प्रक्रिया है. डेटा एनालिटिक्स में आप टूल्स जैसे एक्सेल, SQL या पायथन का इस्तेमाल करके डेटा को आयोजित करते हैं और ग्राफ, चार्ट बनाकर उसकी कहानी बताते हैं.

डेटा साइंस इससे थोड़ा आगे जाता है, जहां मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करना सिखते हैं. डेटा एनालिटिक्स या डेटा साइंस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए कम से कम 12वीं पास होना जरूरी है. ग्रेजुएशन (खासकर मैथ्स, स्टैटिस्टिक्स, या कंप्यूटर साइंस में) बेहतर माना जाता है. बेसिक गणित, स्टैटिस्टिक्स, और कंप्यूटर की समझ होनी चाहिए. कुछ कोर्सेज में प्रोग्रामिंग (जैसे पायथन या R) की बेसिक जानकारी मांगी जा सकती है, लेकिन कई कोर्स शुरुआत से सिखाते हैं.

Cyber Security: साइबर सिक्योरिटी

इंटरनेट के विस्तार के साथ साइबर क्राइम भी काफी बढ़ता जा रहा है. ऐसे में साइबर सिक्योरिटी एक बेहतरीन करियर विकल्प है. इस कोर्स की जानकारी इंटरनेट, कंप्यूटर सिस्टम, नेटवर्क और डेटा को हैकर्स, वायरस या किसी भी तरह के ऑनलाइन खतरे से बचाती हैं. यह डिजिटल दुनिया में सुरक्षा प्रदान करने का तरीका है.

साइबर सिक्योरिटी कोर्स के लिए योग्यता साइबर सिक्योरिटी कोर्स में दाखिला लेने के लिए कम से कम 12वीं पास होना चाहिए. हालांकि, ग्रेजुएशन (खासकर कंप्यूटर साइंस, आईटी, या इंजीनियरिंग में) को प्राथमिकता दी जाती है. बेसिक कंप्यूटर और इंटरनेट की जानकारी, साथ ही नेटवर्किंग या प्रोग्रामिंग की समझ होनी चाहिए.

Graphic Designing: ग्राफिक डिजाइनिंग

ग्राफिक डिजाइनिंग कंप्यूटर सॉफ्टवेयर या डिजिटल टूल्स का इस्तेमाल करके आकर्षक और रचनात्मक डिजाइन बनाना जैसे लोगो, पोस्टर, वेबसाइट लेआउट, बैनर या सोशल मीडिया पोस्ट. यह एक तरह की कला है जिसमें रंगों, इमेज, टेक्स्ट और डिजाइन को मिलाकर कुछ ऐसा बनाया जाता है जो देखने में सुंदर हो और किसी ब्रांड या मैसेज को लोगों तक पहुंचाए. यह काम क्रिएटिव लोगों के लिए बहुत अच्छा है और आजकल मार्केटिंग, वेब डिजाइन और विज्ञापन में इसकी बहुत डिमांड है.

ग्राफिक डिजाइनिंग कोर्स एक ऐसा स्किल है जिसे किसी भी उम्र में हासिल किया जा सकता है. हालांकि इसके लिए योग्यता कम से कम 10वीं या 12वीं पास होना चाहिए, हालांकि कुछ संस्थान ग्रेजुएशन की मांग कर सकते हैं. साथ ही बेसिक कंप्यूटर और इंटरनेट की जानकारी होनी चाहिए.

Web Development : वेब डेवलपमेंट

वेब डेवलपमेंट वेबसाइट्स बनाना और उनकी देखभाल करना सिखाता है. यह एक ऐसा प्रोसेस है जिसमें आप इंटरनेट पर दिखने वाली वेबसाइट्स को डिजाइन करते, कोडिंग करते हैं और चलाते हैं. आसान शब्दों में वेब डेवलपमेंट में वेबसाइट का लुक (फ्रंटएंड) और उसका काम करने का तरीका (बैकएंड) दोनों शामिल हैं. इसमें HTML, CSS, JavaScript जैसे टूल्स का इस्तेमाल होता है.

वेब डेवलपमेंट कोर्स में दाखिला लेने के लिए कम से कम 10वीं या 12वीं पास होना चाहिए. हालांकि कुछ संस्थान ग्रेजुएशन की मांग कर सकते हैं. बेसिक कंप्यूटर और इंटरनेट की जानकारी जरूरी है.प्रोग्रामिंग की बेसिक समझ (जैसे HTML, CSS, या JavaScript) फायदेमंद हो सकती है.

रिपोर्ट- श्रेया सलोनी पांडे

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Ravi Mallick
Ravi Mallick
स्कूली शिक्षा से लेकर नौकरी तक की खबरों पर काम करना पसंद है. युवाओं को बेहतर करियर ऑप्शन, करंट अफेयर्स और नई वैकेंसी के बारे में बताना अच्छा लगता है. बोर्ड परीक्षा हो या UPSC, JEE और NEET एग्जाम टॉपर्स से बात करना और उनकी स्ट्रेटजी के बारे में जानना पसंद है. युवाओं को प्रेरित करने के लिए उनके बीच के मुद्दों को उठाना और सही व सटीक जानकारी देना ही मेरी प्राथमिकता है.

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