Nalanda University Admission 2025 in Hindi: प्राचीन भारत की ज्ञान परंपरा का प्रतीक रहा नालंदा विश्वविद्यालय आज एक बार फिर शिक्षा के क्षेत्र में अपनी ऐतिहासिक पहचान को पुनर्जीवित कर रहा है. दुनिया की सबसे प्राचीन और अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों में गिने जाने वाले इस संस्थान ने सदियों पहले हजारों छात्रों को ज्ञान का दीपक थमाया था. 5वीं शताब्दी में स्थापित इस विश्वविद्यालय में भारत ही नहीं, चीन, तिब्बत, कोरिया, जापान और श्रीलंका से भी विद्यार्थी पढ़ने आते थे.
राजगीर (बिहार) में स्थित यह नया नालंदा विश्वविद्यालय, ज्ञान और शोध का एक नया केंद्र बनकर उभर रहा है. यहां शिक्षा का माहौल ऐसा विकसित किया गया है कि अब बिहार के छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली, पुणे या विदेश जाने की जरूरत नहीं पड़ती.
Nalanda University Admission: यहां चलाए जा रहे प्रमुख स्कूल्स और उनके कोर्स
1. School of Historical Studies (SHS)
इस स्कूल के अंतर्गत MA in History और विभिन्न इतिहास विषयों में PhD कार्यक्रम संचालित किए जाते हैं. यह विभाग ऐतिहासिक शोध और विश्लेषण के गहन अध्ययन का अवसर प्रदान करता है.
2. School of Ecology and Environment Studies (SEES)
यहां MSc/MA in Ecology & Environment के साथ-साथ पर्यावरण पर केंद्रित PhD कार्यक्रम उपलब्ध हैं. यह स्कूल सतत विकास और पारिस्थितिकी संरक्षण पर आधारित उच्च शिक्षा को बढ़ावा देता है.
3. School of Buddhist Studies, Philosophy and Comparative Religions (SBSPCR)
इस विभाग में MA in Buddhist Studies और संबंधित विषयों में PhD की पढ़ाई कराई जाती है. यह स्कूल बौद्ध दर्शन, तुलनात्मक धर्म और भारतीय ज्ञान परंपरा के अध्ययन का केंद्र है.
4. School of Languages and Literature/Humanities (SLL&H)
यहां MA in Sanskrit, Pali, English Literature जैसे पाठ्यक्रम संचालित होते हैं. यह विभाग भाषाओं, साहित्य और मानविकी विषयों में गहराई से अध्ययन करने का अवसर देता है.
5. School of Management Studies
यह स्कूल MBA in Sustainable Development and Management पाठ्यक्रम प्रदान करता है, जो प्रबंधन के साथ-साथ पर्यावरणीय संतुलन और नवाचार पर केंद्रित है.
6. School of International Relations and Peace Studies (SIRPS)
नवीनतम रूप से जोड़े गए इस विभाग में MA in International Relations और PhD कार्यक्रम की शुरुआत की गई है. यह विभाग वैश्विक कूटनीति, शांति और संघर्ष समाधान जैसे विषयों पर फोकस करता है.
स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम (Postgraduate Courses at Nalanda University)
- एमए इन बुद्धिस्ट स्टडीज, फिलॉसफी एंड कंपेरेटिव स्टडीज: बौद्ध दर्शन, तुलनात्मक धर्म, और प्राचीन भारतीय ज्ञान परंपरा पर केंद्रित.
- एमए इन हिंदू स्टडीज (सनातन): यह पाठ्यक्रम भारतीय दर्शन, ग्रंथ, संस्कृति और सनातन परंपरा की गहराई से समझ विकसित करता है.
- एमए इन हिस्टोरिकल स्टडीज: इतिहास के विविध पक्षों पर आधारित, जिसमें प्राचीन से आधुनिक युग तक का अध्ययन शामिल है.
- एमए इन वर्ल्ड लिटरेचर: वैश्विक साहित्य, अनुवाद अध्ययन और समकालीन लेखन पर फोकस.
- एमए इन इकोलॉजी एंड एनवायरनमेंट स्टडीज: पारिस्थितिकी, पर्यावरण नीति और सतत विकास पर आधारित कोर्स.
- एमए इन सस्टेनेबल डेवलपमेंट एंड मैनेजमेंट: पर्यावरणीय प्रबंधन, ग्रीन इकॉनॉमी और टिकाऊ विकास की नीतियों को समर्पित.
डॉक्टरेट कोर्सेज (PhD Programmes)
नालंदा विश्वविद्यालय में शोध और अनुसंधान को विशेष महत्व दिया जाता है. यहां कई महत्वपूर्ण विषयों में पीएचडी कोर्स उपलब्ध हैं, जो छात्रों को गहन अध्ययन और रिसर्च का अवसर प्रदान करते हैं. प्रमुख पीएचडी कोर्स में “बुद्धिस्ट स्टडीज, फिलॉसफी एंड कंपेरेटिव स्टडीज”, “इकोलॉजी एंड एनवायरनमेंट स्टडीज” और “हिस्टोरिकल स्टडीज” शामिल हैं. ये कोर्सेज उन छात्रों के लिए उपयुक्त हैं जो शैक्षणिक और शोध क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं.
एडमिशन प्रक्रिया (Admission Process)
नालंदा विश्वविद्यालय में एडमिशन प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी रखा गया है. अधिकांश शैक्षणिक कोर्सेज में प्रवेश मेरिट और इंटरव्यू के आधार पर होता है, जिसे मेरिट बेस्ड एडमिशन कहा जाता है. वहीं, मैनेजमेंट कोर्स यानी MBA इन सस्टेनेबल डेवलपमेंट एंड मैनेजमेंट में दाखिले के लिए राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाएं जैसे MAT, XAT या CAT को मान्यता दी जाती है. आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है. इच्छुक छात्र विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन फॉर्म भर सकते हैं. आवेदन स्वीकार होने के बाद चयनित अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए ईमेल के माध्यम से सूचना दी जाती है.
योग्यता मानदंड (Eligibility Criteria)
स्नातकोत्तर कोर्स (MA/MSc/MBA):
इन कोर्सेज में एडमिशन के लिए किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से न्यूनतम तीन साल की स्नातक डिग्री (10+2+3 पैटर्न) जरूरी है. साथ ही, कम से कम 55% अंक होने चाहिए. कुछ विषयों में भाषा या विषय की खास जानकारी भी जरूरी हो सकती है.
पीएचडी प्रोग्राम्स:
पीएचडी में एडमिशन के लिए संबंधित विषय में पोस्ट ग्रेजुएशन (MA/MSc/MBA आदि) जरूरी है. इसके साथ ही कम से कम 65% अंक होने चाहिए. अभ्यर्थी को एक अच्छा रिसर्च प्रपोजल देना होता है और इंटरव्यू प्रक्रिया से गुजरना होता है.
कोर्स की फीस (2024-2026/2028)
कोर्स का नाम | भारतीय छात्रों के लिए फीस | विदेशी छात्रों के लिए फीस |
MBA (2024-2026) | 2,22,000 | $3,422 |
मास्टर डिग्री (MA/MSc) (2024-2026) | 1,34,000 | $2,066 |
PhD (2024-2028) | 3,67,000* | $5,649* |
रहने और खाने का खर्च – प्रति सेमेस्टर (भारतीय छात्र)
(एक सेमेस्टर = करीब 4.5 महीने)
कमरे का प्रकार | कमरे का किराया | खाने का खर्च | कुल खर्च |
ए.सी. सिंगल कमरा | 31,000 | 22,420 | 53,420 |
ए.सी. दो लोगों वाला कमरा | 22,500 | 22,420 | 44,920 |
रहने और खाने का खर्च – प्रति सेमेस्टर (विदेशी छात्र)
(एक सेमेस्टर करीब 4.5 महीने)
कमरे का प्रकार | कमरे का किराया | खाने का खर्च | कुल खर्च |
ए.सी. सिंगल कमरा | $480 | $345 | $825 |
ए.सी. दो लोगों वाला कमरा | $347 | $345 | $692 |
नोट: यह जानकारी नालंदा विश्वविद्यालय के विभिन्न कोर्स, रहने और खाने की अनुमानित फीस पर आधारित है. सटीक और ताजा जानकारी के लिए विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट जरूर देखें.
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