22.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

संचार साथी मामले में सरकार ने लिया यूटर्न, नए मोबाइल सेट में इंस्टॉलेशन आदेश लिया वापस

Sanchar Saathi App: सरकार ने संचार साथी ऐप को नए मोबाइल फोनों में अनिवार्य रूप से इंस्टॉल करने का आदेश विवाद और बढ़ते विरोध के बाद वापस ले लिया. दूरसंचार विभाग के अनुसार ऐप डाउनलोड में स्वतः बढ़ोतरी होने से अनिवार्यता की जरूरत नहीं रही. ऐप साइबर ठगी, फ्रॉड कॉल और चोरी हुए फोन से सुरक्षा देता है. अब यह ऐप पूरी तरह स्वैच्छिक रूप से उपलब्ध रहेगा.

Sanchar Saathi App: सरकार ने स्मार्टफोन में साइबर सुरक्षा ऐप ‘संचार साथी’ को अनिवार्य रूप से इंस्टॉल करने के मामले में यूटर्न लेते हुए अपने आदेश को वापस ले लिया है. इससे पहले 28 नवंबर को दूरसंचार विभाग ने सभी नए मोबाइल सेट में ऐप को प्री-इंस्टॉल करने और पुराने फोन में अपडेट के माध्यम से जोड़ने का निर्देश दिया था. इस आदेश के बाद विवाद बढ़ा, जिसके चलते सरकार ने फैसला बदलते हुए इसे स्वैच्छिक कर दिया.

सरकार ने आदेश क्यों लिया वापस

दूरसंचार विभाग ने बताया कि संचार साथी ऐप को लेकर लोगों में जागरूकता तेजी से बढ़ रही है. विभाग ने कहा कि पिछले एक दिन में ही छह लाख नागरिकों ने ऐप डाउनलोड करने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया, जो सामान्य संख्या की तुलना में 10 गुना वृद्धि है. सरकार का कहना है कि ऐप को अनिवार्य करने का उद्देश्य केवल जागरूकता बढ़ाना और डिजिटल सुरक्षा को आम नागरिकों तक पहुंचाना था, लेकिन अब जब डाउनलोड खुद ही तेजी से बढ़ रहे हैं, तो अनिवार्यता की जरूरत नहीं रही.

विवाद और विपक्ष की आपत्तियां

संचार साथी ऐप को अनिवार्य बनाने के आदेश ने राजनीतिक विवाद भी खड़ा कर दिया था. विपक्षी दलों ने दावा किया कि यह ऐप लोगों की निजी बातचीत तक पहुंच सकता है और नागरिकों की जासूसी का खतरा पैदा कर सकता है. विपक्ष का कहना था कि ऐप कॉल सुन सकता है, संदेशों की निगरानी कर सकता है और यूजर्स डेटा की गोपनीयता पर सवाल खड़ा कर सकता है. इन आरोपों के कारण सोशल मीडिया पर भी बहस तेज हो गई, जिसके बाद सरकार पर आदेश वापस लेने का दबाव बढ़ा.

क्या कहती है सरकार

दूरसंचार विभाग के अनुसार, संचार साथी ऐप का उद्देश्य जासूसी करना नहीं, बल्कि यूजर्स को साइबर ठगी, फ्रॉड कॉल्स और चोरी हुए फोन से बचाना है. यह ऐप फर्जी मोबाइल नंबरों की पहचान, खोए या चोरी हुए फोन को ब्लॉक, फर्जी सिम और धोखाधड़ी गतिविधियों की रिपोर्ट जैसी सुविधाएं प्रदान करता है. सरकार ने स्पष्ट किया कि ऐप केवल वही जानकारी का इस्तेमाल करता है, जिसकी अनुमति यूजर्स खुद देता है.

इसे भी पढ़ें: राजनीति के बीच संचार साथी ऐप की सुनामी! 1 दिन में 10 गुना डाउनलोड

मोबाइल मैन्युफैक्चरर्स के लिए अनिवार्यता खत्म

सरकार के नए निर्णय के बाद अब मोबाइल कंपनियों को अपने नए फोन में संचार साथी ऐप प्री-इंस्टॉल करने की बाध्यता नहीं रहेगी. यूजर्स अपनी इच्छानुसार ऐप डाउनलोड कर सकते हैं. संचार साथी ऐप को लेकर उठे विवाद, बढ़ती डाउनलोड संख्या और राजनीतिक दबाव को देखते हुए सरकार ने अनिवार्य इंस्टॉलेशन का आदेश वापस ले लिया है. अब यह ऐप स्वैच्छिक रूप से उपलब्ध रहेगा और नागरिक अपनी जरूरत के अनुसार इसे डाउनलोड कर सकते हैं.

इसे भी पढ़ें: PNR में एक टिकट कन्फर्म और एक वेटिंग तो क्या ट्रेन में कर सकते हैं सफर? जानें रेलवे का नियम

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

KumarVishwat Sen
KumarVishwat Sen
कुमार विश्वत सेन प्रभात खबर डिजिटल में डेप्यूटी चीफ कंटेंट राइटर हैं. इनके पास हिंदी पत्रकारिता का 25 साल से अधिक का अनुभव है. इन्होंने 21वीं सदी की शुरुआत से ही हिंदी पत्रकारिता में कदम रखा. दिल्ली विश्वविद्यालय से हिंदी पत्रकारिता का कोर्स करने के बाद दिल्ली के दैनिक हिंदुस्तान से रिपोर्टिंग की शुरुआत की. इसके बाद वे दिल्ली में लगातार 12 सालों तक रिपोर्टिंग की. इस दौरान उन्होंने दिल्ली से प्रकाशित दैनिक हिंदुस्तान दैनिक जागरण, देशबंधु जैसे प्रतिष्ठित अखबारों के साथ कई साप्ताहिक अखबारों के लिए भी रिपोर्टिंग की. 2013 में वे प्रभात खबर आए. तब से वे प्रिंट मीडिया के साथ फिलहाल पिछले 10 सालों से प्रभात खबर डिजिटल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इन्होंने अपने करियर के शुरुआती दिनों में ही राजस्थान में होने वाली हिंदी पत्रकारिता के 300 साल के इतिहास पर एक पुस्तक 'नित नए आयाम की खोज: राजस्थानी पत्रकारिता' की रचना की. इनकी कई कहानियां देश के विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel