अरबपति मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज ने नवंबर- दिसंबर महीने में केजी-डी 6 ब्लॉक में उत्पादन शुरू करने की योजना बनाई है. कंपनी ने निवशकों को बताया कि रिलायंस कृष्णा गोदावरी बेसिन केजी-डी 6 ब्लॉक में तीन परियोजनाओं पर काम कर रही है, जहां इस साल फरवरी में पुराने क्षेत्रों से उत्पादन बंद हो गया. निवेशकों को दिये गये प्रजेंटेशन में बताया गया कि आर-सीरीज तीनों क्षेत्रों में से पहला होगा जहां पर उत्पादन शुरू होगा. यहां पर उत्पादन शुरू करने के लिए सभी तैयारी पूरी कर ली गयी है.
फील्ड से गैस का अनुबंध करने वाली फर्म के एक अधिकारी ने कहा कि रिलायंस ने उत्पादन शुरू करने के पहले ही इस बात के संकेत दिये थे कि वो नवंबर से उत्पादन शुरू करेगा. फिलहाल यहां पर नियंत्रण और राइजर प्लेटफॉर्म पर कार्य चल रहा है. इसकी कमिशनिंग और प्रीकमिशनिंग वित्त वर्ष 2021 के तीसरे तिमाही में होगी.
आर-सीरीज़ क्षेत्र से गैस की उत्पादन करने की उम्मीद पहले जून में थी लेकिन COVID-19 लॉकडाउन के कारण सप्लाई चेन बाधित हुआ और कंपनी समय पर परियोजना को पूरा नहीं कर सकी. रिलायंस और उसके साझेदार बीपी 2022 तक KG-D6 ब्लॉक – R- क्लस्टर, सैटेलाइट्स और MJ में खोजों के तीन सेट विकसित कर रहे हैं. सभी तीन परियोजनाओं के चालू होने तक प्रति दिन लगभग 28 मिलियन मानक क्यूबिक मीटर का पीक आउटपुट मिल सकता है.
R-Cluster में 12 mmscmd का पीक आउटपुट होगा, जबकि Satellites, जो 2021 कैलेंडर वर्ष की तीसरी तिमाही से आउटपुट शुरू करने वाला है, अधिकतम 7 mmscmd का उत्पादन करेगा. एमजे क्षेत्र 2022 की तीसरी तिमाही में उत्पादन शुरू करेगा और इसमें 12 एमएमएससीएमडी का पीक आउटपुट होगा.
सूत्रों ने कहा कि रिलायंस ने नवंबर में ब्रेंट प्राइस की 8.4 प्रतिशत की एक मंजिल या न्यूनतम बोली निर्धारित की थी, जिसका मतलब था कि बोली लगाने वालों को गैस की आपूर्ति के लिए 8.4 प्रतिशत या उच्चतर प्रतिशत का कोटेशन देना था. 40 डॉलर प्रति बैरल के वर्तमान औसत ब्रेंट मूल्य को ध्यान में रखते हुए, गैस की लागत लगभग 3.36 मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट होगी.
Posted By: Pawan Singh