Petrol-Diesel Price: ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में लगी आग का असर भारत में देखने को नहीं मिल रहा है. गुरुवार की सुबह छह बजे भारतीय तेल कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल का रेट जारी कर दिया है. ज्यादातर शहरों में आज पेट्रोल-डीजल के दाम स्थिर हैं. जबकि, कई शहरों में कटौती और बढ़त देखने को मिली है. हालाकि, बिहार में पेट्रोल डीजल की कीमतों में कटौती हुई है. जबकि, राजस्थान में कीमतें बढ़ी हैं. अच्छी बात ये है कि देश के चार महानगरों में तेल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है. राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 96.72 रुपये प्रति लीटर जबकि, डीजल 89.62 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है. मुंबई में पेट्रोल 106.31 रुपये और डीजल 94.27 रुपये प्रति लीटर है. वहीं कोलकाता में पेट्रोल 106.03 रुपये और डीजल 92.76 रुपये, जबकि, चेन्नई में 102.63 रुपये और डीजल की कीमत 94.24 रुपये है.
किस राज्य में कितना बदला पेट्रोल-डीजल का दाम
बुधवार की सुबह, WTI क्रूड सुबह 6 बजे के करीब 0.34 फीसदी की बढ़त के साथ 90.70 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था. जबकि, वहीं, ब्रेंट क्रू़ड 0.32 फीसदी बढ़कर 94.26 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड कर रहा था. इस बीच आज बिहार में पेट्रोल की कीमतों में 36 पैसा, पंजाब में 30 पैसा और पश्चिम बंगाल में 44 पैसे कटौती हुई है. जबकि, डीजल की कीमत बिहार में 34 पैसे, पंजाब में 28 पैसे और पश्चिम बंगाल में 41 पैसे कम हुई है. इंडियन ऑयल के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में डीजल 14 पैसे महंगा हो गया है. बताया जा रहा है कि राजस्थान में पेट्रोल की कीमत में 27 पैसे की वृद्धि की गई है. झारखंड और हरियाणा में भी पेट्रोल-डीजल के दाम में इजाफा देखने को मिल रहा है.
अन्य शहरों में पेट्रोल-डीजल की कीमत
शहर पेट्रोल(रुपये/लीटर) डीजल (रुपये/लीटर)
नोएडा 96.92 90.08
गुरुग्राम 97.18 89.96
हैदराबाद 109.66 97.82
चंडीगढ़ 96.20 84.26
बेंगलुरु 101.94 87.89
लखनऊ 96.68 89.87
पटना 107.59 94.36
जयपुर 108.16 93.43
हाजिर मांग से कच्चे तेल का वायदा भाव में तेजी
मजबूत हाजिर मांग के बाद कारोबारियों द्वारा अपने सौदों का आकार बढ़ाने से वायदा कारोबार में बुधवार को कच्चा तेल की कीमत 62 रुपये की तेजी के साथ 7,605 रुपये प्रति बैरल हो गयी. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में कच्चे तेल का अक्टूबर माह में डिलिवरी होने वाला अनुबंध 62 रुपये या 0.82 प्रतिशत की तेजी के साथ 7,605 रुपये प्रति बैरल हो गया. इसमें 7,914 लॉट के लिए कारोबार हुआ. बाजार विश्लेषकों ने कहा कि कारोबारियों द्वारा अपने सौदों का आकार बढ़ाने से कच्चातेल वायदा कीमतों में तेजी आई. वैश्विक स्तर पर वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट कच्चा तेल 0.96 प्रतिशत की बाजार विश्लेषकों ने कहा कि कारोबारियों द्वारा अपने सौदों का आकार बढ़ाने से कच्चातेल वायदा कीमतों में तेजी के साथ 91.26 डॉलर प्रति बैरल हो गया जबकि ब्रेंट क्रूड का दाम 0.51 प्रतिशत की तेजी दर्शाता 94.57 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था.
कैसे चेक करें अपने शहर का फ्यूल रेट
मैसेज के जरिए अपने शहर का फ्यूल रेट जानने के लिए बीपीसीएल (BPCL) के ग्राहक RSP<डीलर कोड> लिखकर 9224992249 नंबर पर मैसेज भेजना होगा. वहीं HPCL के ग्राहकों को दाम पता करने के लिए HPPRICE <डीलर कोड> लिखकर 9222201122 पर मैसेज करें. इंडियन ऑयल के ग्राहक RSP<डीलर कोड> लिखकर 9224992249 नंबर पर मैसेज कर सकते हैं.
भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम कैसे तय होते हैं
भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम सरकार द्वारा तय होते हैं और यह एक डायनामिक प्रक्रिया है जो विभिन्न कारगर कारकों पर निर्भर करती है. यहां कुछ मुख्य कारक हैं जो इस प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं:
आंतर्राष्ट्रीय बाजार मूल्य (International Market Prices): भारत उपयोगकर्ताओं के लिए पेट्रोल और डीजल के विश्वासपूर्वक संग्रहित वितरण नेटवर्क नहीं है. इसलिए, विश्व बाजार में पेट्रोल और डीजल के मूल्यों में उत्तराधिकार खत्म होने के बावजूद, भारत अंत में मात्रा और वितरण में परिभाषित है.
कर और शुल्क (Taxes and Duties): पेट्रोल और डीजल के मूल्यों को निर्धारित करने में विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा लागू किए जाने वाले कर और शुल्क शामिल होते हैं. यह आमतौर पर विभिन्न अद्यावधिक निर्णयों के आधार पर बदल सकते हैं.
राज्य सरकारों का योगदान (State Government Contribution): राज्य सरकारें भी पेट्रोल और डीजल के दामों को नियंत्रित करने के लिए अपने योगदान को शामिल कर सकती हैं. वे अपने राज्य में विभिन्न शुल्क और करों को लागू कर सकते हैं.
मुद्रा की मांग और पेट्रोलियम उत्पादों की आपूर्ति (Demand for Currency and Supply of Petroleum Products): पेट्रोलियम उत्पादों की मांग और उनकी आपूर्ति के बीच संतुलन भी मूल्यों को प्रभावित कर सकते हैं. यदि उत्पादों की मांग अधिक है और आपूर्ति कम है, तो मूल्यों में वृद्धि हो सकती है. उत्पादों की मांग कम है और आपूर्ति अधिक है, तो मूल्यों में कमी हो सकती है.
निर्यात और आयात की घटनाएं (Export and Import Events): विभिन्न निर्यात और आयात की घटनाएं भी पेट्रोल और डीजल के मूल्यों को प्रभावित कर सकती हैं. ये घटनाएं विभिन्न देशों और उत्पादकों के बीच होती हैं और मूल्यों पर प्रभाव डालती हैं.