SIP Plans: अगर आप बचत से अच्छे रिटर्न के लिए पैसा निवेश करना चाहते हैं, तो एसआईपी (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) आपके लिए बेहतर विकल्प साबित हो सकता है. आजकल निवेश माध्यमों में एसआईपी काफी लोकप्रिय विकल्प मानी जाती है. युवा निवेशक बेहतर रिटर्न पाने के लिए इसमें अपनी दिलचस्पी दिखा रहे हैं. लेकिन, अधिकतर लोग नहीं जानते हैं कि एसआईपी को लाइफ इंश्योरेंस के साथ जोड़ा जाता है. अगर एसआईपी को लाइफ इंश्योरेंस के साथ जोड़ दिया जाए, तो मोटी कमाई होने के साथ-साथ लाइफ भी सिक्योर हो जाता है. आइए, इसके बारे में विस्तार से जानते हैं.
मात्र 1000 रुपये से करें शुरुआत
बजाज फिनसर्व की रिपोर्ट के अनुसार, अगर आप अपनी बचत या वित्तीय योजनाओं को बड़ा बनाने की चाह रखते हैं, तो हर बार बड़ी रकम से शुरुआत करना जरूरी नहीं है. मात्र 1,000 रुपये प्रति माह के एसआईपी आपको सरल, सुलभ और कम जोखिमपूर्ण तरीके से निवेश यात्रा शुरू करने का अवसर देते हैं. जब इसे लाइफ इंश्योरेंस के साथ मिलाया जाता है, तो एक ऐसी रणनीति बन जाती है, जो मोटी कमाई के साथ सुरक्षा भी प्रदान करती है
कैसे काम करती है एसआईपी
एसआईपी आपको हर महीने किसी म्यूचुअल फंड में तय रकम निवेश करने का मौका देती है. यह तरीका रुपये की औसत लागत और कम्पाउंडिंग का लाभ उठाकर आपकी पूंजी समय के साथ बढ़ने में मदद करती है. इसका मतलब यह कि बाजार की उतार-चढ़ाव से डरने की जरूरत नहीं है, एसआईपी के माध्यम से आप कम होती दरों पर अधिक यूनिट्स और उच्च दरों पर कम यूनिट्स खरीद सकते हैं, जिससे औसत लागत नियंत्रण में रहती है.
1000 रुपये के एसआईपी के फायदे
छोटे निवेशकों के लिए 1000 रुपये मासिक की एसआईपी शुरू करना बेहद उपयुक्त है. इस छोटी रकम के जरिए कोई स्टुडेंट या प्रोफेशनल या फिर कम पैसे वाले निवेश भी निवेश कर सकते हैं. इसकी कई विशेषताएं भी हैं.
- कम पैसों से शुरुआत: यह राशि अधिकांश बजट में फिट हो जाती है.
- अनुशासन: इससे मासिक निवेश की आदत बनती है, जिससे बचत और निवेश दोनों मजबूत होते हैं.
- लचीलापन: आप एसआईपी को पाउज सकते हैं, दोबारा शुरू कर सकते हैं, या भविष्य में राशि बढ़ा भी सकते हैं.
- बाजार को समयबद्ध करने की जरूरत नहीं: एसआईपी आपके जोखिम को बाजार की तात्कालिक अस्थिरता से संचालित करता है.
लक्ष्य आधारित निवेश और टैक्स लाभ
एसआईपी आपको विभिन्न वित्तीय लक्ष्य योजना बनाने की सुविधा प्रदान करती है. इसके जरिए आप एजुकेशन और घर खरीद के लिए पैसे जमा करने के साथ रिटायरमेंट फंड तैयार कर सकते हैं. लंबी अवधि में एसआईपी काफी लाभदायक साबित हो सकता है. उदाहरण के तौर पर, अगर कोई व्यक्ति 25 वर्ष की उम्र में 1,000 मासिक से एसआईपी शुरू करता है और औसत वार्षिक रिटर्न 12% है, तो 45 वर्ष की उम्र तक यह राशि लगभग 12 लाख रुपये तक हो सकती है. इसके अलावा, एसआईपी के कुछ प्रकार जैसे ईएलएसएस एसआईपी टैक्स बचत के लिए उपयोगी हैं. भारत में धारा 80सी के तहत 1.5 लाख रुपये प्रति वर्ष तक की छूट मिलती है.
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लाइफ इंश्योरेंस के साथ एसआईपी का संयोजन
बजाज फिनसर्व की रिपोर्ट में कहा गया है कि जब एसआईपी को लाइफ इंश्योरेंस या यूलिप (यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान) के साथ जोड़ा जाता है, तो यह संयोजन संपत्ति में वृद्धि और परिवार की सुरक्षा जैसे दोहरा लाभ प्रदान करता है. यूलिप बाजार से जुड़े निवेश के साथ जीवन बीमा भी प्रदान करती हैं. यह रणनीति न केवल लंबी अवधि में संपत्ति निर्माण करती है, बल्कि परिवार की जोखिम से सुरक्षा भी सुनिश्चित करती है. साथ ही, ये योजनाएं आयकर की कर लाभ प्रदान करने वाली धारा 80सी और 10डी से भी जुड़ी होती हैं.
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