Adani Power Share Price: भारत के शेयर बाजारों में अरबपति उद्योगपति गौतम अदाणी की ऊर्जा कंपनी अदाणी पावर के शेयर लगातार तीन दिनों से बुलेट की रफ्तार से उछल रहे हैं. इसका कारण यह है कि अदाणी पावर को भूटान से एक नई हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के लिए ठेका मिला है. इस समझौते पर हस्ताक्षर होने के बाद कंपनी के शेयरों में जोरदार उछाल दर्ज किया गया, जिससे निवेशकों को भरपूर लाभ मिलने की उम्मीद है.
बीएसई पर 8% तक उछला अदाणी पावर का शेयर
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार को लगातार तीसरे सत्र में अदाणी पावर के शेयर में बढ़ोतरी दर्ज की गई और बीएसई पर यह 643.95 रुपए पर पहुंच गया. रिपोर्ट में बताया गया कि पिछले तीन दिनों में कंपनी के शेयर में करीब 8% तक बढ़ोतरी हुई. इसका कारण यह है कि निवेशकों ने कंपनी के पहले स्टॉक विभाजन और भूटान में एक नए हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट पर दांव लगाया था. यह दोनों घोषणाओं को कंपनी के विकास और तरलता के लिए एक दुर्लभ संकेत माना जा रहा है, जिससे निवेशकों में उत्साह का माहौल बना हुआ है.
भूटान से मिला हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट का काम
पिछले हफ्ते अदाणी पावर ने भूटान के वांगचु में 570 मेगावाट की हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट डेवलप करने के लिए भूटान की सरकारी कंपनी ड्रुक ग्रीन कॉर्पोरेशन के साथ शेयर होल्डर एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए. इस समझौते के तहत, भूटान में अदाणी पावर और डीजीपीसी की क्रमशः 49:51 शेयरधारिता वाली एक संयुक्त सार्वजनिक कंपनी का गठन किया जाएगा.
अदाणी पावर के लिए 4.9 मिलियन शेयर और बीएसई के लिए 5.1 मिलियन शेयर प्रारंभिक पूंजी के तौर पर शामिल होगे, जो 100 ब्रिटिश पाउंड प्रति शेयर की दर से जारी किए जाएंगे. दोनों पक्षों को बोर्ड में तीन-तीन निर्देशक नियुक्त करने की अनुमति है, जिसमें शेयरधारिता के अनुपात में भविष्य में पूंजीगत योगदान का प्रावधान भी शामिल हैं. यह सौदा अदाणी पावर के अंतरराष्ट्रीय विस्तार में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो दक्षिण एशिया के स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन में एक बड़ी भूमिका निभाने की उसकी महत्वाकांक्षा को पुष्ट करता है.
पहली बार शेयरों का हुआ विभाजन
पिछले हफ्ते की शुरुआत में, शेयरधारकों ने अदाणी पावर की लिस्टिंग के बाद से अब तक के पहले शेयर विभाजन को मंजूरी दे दी है. प्रत्येक 10 रुपये के इक्विटी शेयर को 2 रुपये प्रति शेयर के पांच पूर्ण चुकता शेयरों में विभाजित किया जाएगा. लिक्विडिटी बढ़ाने, शेयरधारक आधार का विस्तार करने और विषेश रूप से छोटे निवेशकों के लिए पहुंच में सुधार लाने के उद्देश्य से बाजार सहभागियों ने इस कदम को एक महत्वपूर्ण पड़ाव माना है. 2025 में अब तक शेयर 24% बढ़ चुका है और पिछले हफ्ते 7% तक बढ़ा है.
जीएसटी सुधारों से मार्जिन में बढ़ोतरी की उम्मीद
सरकार की ओर से 22 सितंबर से लागू होने वाले वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी ) सुधारों के दूसरे चरण से भी इसे और समर्थन मिल रहा है. विश्लेषकों का अनुमान है कि क्षतिपूर्ति उपकर हटने के बाद अदानी पावर को कोयले की कम लागत का लाभ मिलेगा. उनका अनुमान है कि कोयले की कीमतों में 8-10% की गिरावट आ रही है, जिससे दीर्घकालिक अनुबंधों के तहत प्रति यूनिट 0.10-0.12 रुपये का टैरिफ लाभ प्राप्त होगा. इससे लागत में कमी और समग्र लाभप्रदता में सुधार होने का अनुमान है.
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अल्पकालिक मजबूती के संकेत
तकनीकी दृष्टिकोण से अदाणी पावर 5 दिवसीय से ले कर 200 दिवसीय रेखाओं सहित सभी आठ प्रमुख सरल मूविंग एवरेज (एसएमए) से ऊपर कारोबार कर रहा हैं, जो अल्पकालिक और दीर्घकालिक चार्ट पर तेजी का संकेत देता है. रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (आरएसआई) 72.3 पर है, जो ओवरबॉट क्षेत्र में प्रवेश कर रहा है. वहीं, मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डाइवर्जेंस (एमएसीडी) 10.4 पर केंद्र और सिग्नल दोनों रेखाओं से ऊपर बना हुआ है, जो चल रहे अपट्रेंड को मजबूत कर रहा है.
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रिपोर्ट: सौम्या शाहदेव
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