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Fake Currency : आपके पास 500 रुपये वाला नोट असली है या नकली? ऐसे करें चेक

आरबीआई डिप्टी गवर्नर टी रवि शंकर ने कहा कि कहा कि कॉइन वेंडिंग मशीन में नकली नोट डाले जाने के मुद्दे के मद्देनजर आरबीआई ने विकल्पों पर विचार करना शुरू किया गया. अब जबकि भारत के बाजार में 500 रुपये का नकली नोट धड़ल्ले से प्रचलित है, तो उसकी पहचान कैसे की जा सकेगी.

Fake Currency in India : सावधान! आपके पास जो 500 रुपये का नोट है, वह असली है या फिर नकली? ऐसा भी हो सकता है कि एटीएम से आपने 500 रुपये वाला नोट जो निकाला है, वह असली भी हो सकता है या नकली भी. या फिर बाजार में किसी दुकान से ही आपको जो नोट मिले हैं, उसमें भी 500 रुपये वाला नोट नकली हो सकता है. इतना ही नहीं, कोई ग्राहक भी अगर किसी दुकानदार को 500 रुपये का नोट देता है, तो उसमें भी कोई नोट नकली हो सकता है. 500 रुपये के नोट को लेकर बैंक, ग्राहक और दुकानदार सभी अनजान हैं, लेकिन भारत के बाजार में 500 रुपये का नकली नोट धड़ल्ले से प्रचलित है और वह नकली नोट भी ऐसा बनाया गया है कि उसकी पहचान करना बेहद मुश्किल है. ऐसे में हम-आप अनजाने में बड़ी आसानी से नकली नोट बनाने वालों का शिकार हो सकते हैं.

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के डिप्टी गवर्नर टी रवि शंकर ने बुधवार 8 फरवरी 2022 को ही मीडिया को बताया है कि एटीएम, बैंक और दुकानदार ही नहीं कॉइन वेंडिंग मशीन में भी नकली नोट डाले जा रहे हैं. इसीलिए आरबीआई ने कॉइन वेंडिंग मशीन से सिक्का निकालने के लिए यूपीआई आधारित क्यूआर कोड को अनिवार्य कर दिया है. डिप्टी गवर्नर टी रवि शंकर ने कहा कि कहा कि कॉइन वेंडिंग मशीन में नकली नोट डाले जाने के मुद्दे के मद्देनजर आरबीआई ने विकल्पों पर विचार करना शुरू किया गया. अब जबकि भारत के बाजार में 500 रुपये का नकली नोट धड़ल्ले से प्रचलित है, तो उसकी पहचान कैसे की जा सकेगी. आइए, जानते हैं कि आरबीआई ने इसके लिए क्या उपाय बताए हैं…?

असली या नकली को कैसे करें चेक

आरबीआई ने ग्राहकों को 500 रुपये के असली और नकली नोटों के बीच के अंतर को जानने में मदद करने के लिए ब्योरा साझा किया है. इससे आप यह जान सकेंगे कि आपके पर्स में रखा हुआ 500 रुपये का नोट असली है या फिर नकली.

क्या कहता है आरबीआई

आरबीआई ने अपने ब्यारे में इस बात का जिक्र किया है कि महात्मा गांधी की नई सीरीज में 500 रुपये के मूल्यवर्ग के नोटों पर भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर के हस्ताक्षर हैं. नोट में देश की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हुए लाल किले की आकृति है. 500 रुपये के नोट में आधार नोट का रंग स्टोन ग्रे है. नोट में अन्य डिजाइन और ज्यामितीय पैटर्न हें, जो स्टोन ग्रे रंग के साथ अग्रभाग और रिवर्स में रेखांकित है. आरबीआई के अनुसार, 500 रुपये के नोट का आकार 63 मिलीमीटर गुणा 150 मिलीमीटर है.

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500 रुपये के नोट को ऐसे करें चेक

आरबीआई के अनुसार, 500 रुपये के नोटों की कुछ विशेषताएं हैं, जिन्हें आपको देखने और परखने की जरूरत है.

  • नोट पर मूल्यवर्ग वाले 500 का अंक पारदर्शी तरीके से दर्शाया गया है.

  • मूल्यवर्ग अंक 500 के साथ अव्यक्त छवि है.

  • नोट पर देवनागरी लिपि में मूल्यवर्ग अंक का मान 500 लिखा गया है.

  • नोट के केंद्र में महात्मा गांधी की तस्वीर छपी है.

  • नोट पर देवनागरी के सूक्ष्म अक्षर में ‘भारत’ और ‘इंडिया’ लिखा गया है.

  • नोट में शिलालेख ‘भारत’ (देवनागरी लिपि में) और ‘RBI’ के साथ कलर शिफ्ट विंडो वाला सुरक्षा धागा लगा है. नोट को झुकाने पर धागे का रंग रहे से नीला हो जाता है.

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KumarVishwat Sen
KumarVishwat Sen
कुमार विश्वत सेन प्रभात खबर डिजिटल में डेप्यूटी चीफ कंटेंट राइटर हैं. इनके पास हिंदी पत्रकारिता का 25 साल से अधिक का अनुभव है. इन्होंने 21वीं सदी की शुरुआत से ही हिंदी पत्रकारिता में कदम रखा. दिल्ली विश्वविद्यालय से हिंदी पत्रकारिता का कोर्स करने के बाद दिल्ली के दैनिक हिंदुस्तान से रिपोर्टिंग की शुरुआत की. इसके बाद वे दिल्ली में लगातार 12 सालों तक रिपोर्टिंग की. इस दौरान उन्होंने दिल्ली से प्रकाशित दैनिक हिंदुस्तान दैनिक जागरण, देशबंधु जैसे प्रतिष्ठित अखबारों के साथ कई साप्ताहिक अखबारों के लिए भी रिपोर्टिंग की. 2013 में वे प्रभात खबर आए. तब से वे प्रिंट मीडिया के साथ फिलहाल पिछले 10 सालों से प्रभात खबर डिजिटल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इन्होंने अपने करियर के शुरुआती दिनों में ही राजस्थान में होने वाली हिंदी पत्रकारिता के 300 साल के इतिहास पर एक पुस्तक 'नित नए आयाम की खोज: राजस्थानी पत्रकारिता' की रचना की. इनकी कई कहानियां देश के विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं.

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