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तोप सौदे के लिए बीएई सिस्टम्स ने महिंद्रा को बनाया भागीदार

नयी दिल्ली : बीएई सिस्टम्स ने 145 एम777 होवित्जर की आपूर्ति के लिए करीब 70 करोड डालर के सौदे के लिए अपने भागीदार के तौर पर महिंद्रा का चुनाव किया है जो बेहद हल्की तोपें है जिसकी मारक क्षमता 25 किलोमीटर तक है. रक्षा सूत्रों ने बताया कि तोप सौदा विदेशी सैन्य बिक्री (एफएमएस) के […]

नयी दिल्ली : बीएई सिस्टम्स ने 145 एम777 होवित्जर की आपूर्ति के लिए करीब 70 करोड डालर के सौदे के लिए अपने भागीदार के तौर पर महिंद्रा का चुनाव किया है जो बेहद हल्की तोपें है जिसकी मारक क्षमता 25 किलोमीटर तक है. रक्षा सूत्रों ने बताया कि तोप सौदा विदेशी सैन्य बिक्री (एफएमएस) के जरिए होगी लेकिन कल-पुर्जा, मरम्मत और गोला-बारुद का परिचालन भारतीय प्रणाली के जरिए होगा. बीएई ने एक बयान में कहा, ‘बीएई सिस्टम्स ने देश में एम777 अल्ट्रा लाइटवेट होवित्जर के लिए प्रस्तावित असेंबली, एकीकरण एवं परीक्षण सुविधा (एआईटी) के लिए महिंद्रा को अपने कारोबारी भागीदार के तौर चुना है.’ भारत और अमेरिका भारतीय सेना के लिए 145 एम777 ए2 एलडब्ल्यू155 होवित्जर की आपूर्ति पर चर्चा कर रहे हें.

कंपनी ने कहा, ‘बीएई सिस्टम्स आने वाले हफ्तों में महिंद्रा के साथ काम करने पर विचार कर रहा है ताकि इस एआईटी सुविधा के लिए विवरण को अंतिम स्वरुप दिया जा सके और अनुबंध व्यवस्था की शर्तों पर बातचीत हो सके.’ बीएई ने पिछले साल अमेरिकी सरकार समर्थित प्रस्ताव सौंपा था जिसमें एम777 अस्त्र प्रणाली की अधिकाधिक स्वदेशीकरण की पेशकश की गयी थी. भारत में एआईटी क्षमता स्थापित करने की इस प्रतिबद्धता का मुख्य बिंदु घरेलू भारतीय कंपनी के साथ भागीदारी है.

कंपनी ने कहा, ‘आवश्यकता पूरी करने और एम777 इंडिया कार्यक्रम का बेहतर मूल्य प्रदान करने की महिंद्रा की क्षमता और भविष्य में भारत में बीएई सिस्टम्स के लिए रणनीतिक भागीदार के तौर पर इसकी क्षमता में बढोतरी संभावना के विस्तृत आकलन के बाद उसका चुनाव किया गया है.’ बीएई सिस्टम्स के उपाध्यक्ष और महाप्रबंधक (अस्त्र प्रणाली) जो सेन्फ्टल ने कहा कि भारत में रक्षा विनिर्माण में संस्थापक भागीदार के तौर पर बीएई सिस्टम्स महिंद्रा के साथ भागीदारी कर खुश है. यह सुविधा एम777 उत्पादन सुविधा का बुनियादी अंग है.

देश में असेंबली, एकीकरण एवं जांच-परीक्षण सुविधा (एआईटी) से भारतीय सेना को एम777 की स्थानीय तौर पर मरम्मत, कल-पुर्जे की उपलब्धता और अन्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी. सेन्फ्टल ने कहा, ‘हम इस अनुबंध समझौते को आगे बढाने के लिए दोनों सरकारों का समर्थन जारी रखेंगे ताकि हम एम777 के लिए ‘मेक इन इंडिया’ की प्रक्रिया शुरू कर सकें.’ महिंद्रा ने अपनी ओर से कहा कि एम777 सेना को बहु-प्रतीक्षित परिचालनात्मक लाभ मिलेगा और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी तक इसकी पहुंच होगी. महिंद्रा समूह के महिंद्रा डिफेंस एंड एयरोस्पेस के समूह अध्यक्ष, एस पी शुक्ला ने कहा, ‘महिंद्र एम777 संयंत्र यह सुनिश्चित करेगा कि देश में ही जीवन चक्र सुविधा उपलब्ध होगी जिससे तोपों की परिचालन उपलब्धता बढेगी.’

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