23.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

APTA के सदस्य देशों को 3,142 वस्तुओं पर शुल्क में रियायत देगा भारत

नयी दिल्ली : भारत ने बांग्लादेश और श्रीलंका सहित एशिया प्रशांत व्यापार समझौते (एपीटीए) में शामिल सदस्य देशों को 3,142 उत्पादों पर एक जुलाई से शुल्क रियायत देने पर सहमति जतायी है. वाणिज्य मंत्रालय ने सोमवार को यह कहा. हालांकि, शुल्क दरों में दी जाने वाली यह रियायत कम विकसित देशों के मामले में ज्यादा […]

नयी दिल्ली : भारत ने बांग्लादेश और श्रीलंका सहित एशिया प्रशांत व्यापार समझौते (एपीटीए) में शामिल सदस्य देशों को 3,142 उत्पादों पर एक जुलाई से शुल्क रियायत देने पर सहमति जतायी है. वाणिज्य मंत्रालय ने सोमवार को यह कहा. हालांकि, शुल्क दरों में दी जाने वाली यह रियायत कम विकसित देशों के मामले में ज्यादा है, तो विकासशील देशों के लिए कम है.

इसे भी पढ़ें : ट्रेड वार : अमेरिका को अब भारत ने भी दिया जवाब, कई उत्पाद पर बढ़ाया शुल्क

एपीटीए को एशिया और प्रशांत क्षेत्र के लिये संयुक्त राष्टू आर्थिक एवं सामाजिक आयोग की पहल पर शुरू किया गया, ताकि एशिया प्रशांत क्षेत्र में विकासशील देशों के बीच शुल्क रियायतों के जरिये व्यापार गतिविधियों का विस्तार किया जा सके. एपीटीए 1975 में शुरू किया गया. यह तरजीही व्यापार समझौता है, जिसके तहत निर्यात की जाने वाली वस्तुओं की संख्या और उसके साथ ही शुल्क रियायत को भी बढ़ाया गया है. यह सब समय-समय पर व्यापार पर बातचीत के दौरों में किया गया.

इस तरजीही व्यापार समझौते में शामिल छह देशों में बांग्लादेश, चीन, भारत, लाओस, कोरिया और श्रीलंका शामिल हैं. एपीटीए के तहत चौथे दौर की बातचीत के परिणाम को एक जुलाई से लागू किया गया. मंत्रालय ने एक वक्तव्य में यह कहा है. इसमें कहा गया है कि भारत ने अपनी तरफ से सभी सदस्य देशों के साथ 3,142 वस्तुओं पर शुल्क रियायतों का आदान प्रदान किया है.

इसके अलावा, कम विकसित देशों, बांग्लादेश और लाओस के लिए 48 वस्तुओं पर विशेष रियायत दी है. एपीटीए के तहत चौथे दौर की व्यापार बातचीत औपचारिक तौर से पिछले साल 13 जनवरी को पूरी हो गयी थी और सदस्य देशों के मंत्रियों ने इस पर हस्ताक्षर किये थे. इस बैठक के फैसले को अब सभी सदस्य देशों ने एक जुलाई से लागू किया है.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें