नयी दिल्ली : वित्त मंत्री अरुण जेटली ने रिटर्न दाखिल करने में अंतिम समय पर होने वाली अफरा-तफरी से बचने के लिए कंपनियों को अगस्त महीने का माल एवं सेवा कर (जीएसटी) रिटर्न अंतिम दिन से पहले ही दाखिल करने को कहा है. जेटली ने केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बाद संवाददाताओं से बुधवार को यहां कहा कि जीएसटी नेटवर्क की क्षमता प्रति घंटे एक लाख रिटर्न संभालने की है. इस तरह नेटवर्क से एक दिन में 24 लाख रिटर्न ही दाखिल किये जा सकते हैं.
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वित्त मंत्री ने कहा कि बुधवार को अगस्त महीने का कर भुगतान करने का अंतिम दिन है. पिछली रात तक महज 25 फीसदी लोगों ने रिटर्न दाखिल किया है. 75 फीसदी अंतिम दिन का इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि नेटवर्क पर मंगलवार रात तक रिटर्न दाखिल करने में कोई समस्या नहीं आ रही थी, लेकिन जब 75 फीसदी शेष लोग एक ही दिन पोर्टल पर टूट पड़ेंगे, तब समस्या होगी.
उन्होंने कहा कि इसीलिए मैं सभी से अपील करता हूं कि वे पहले ही रिटर्न दाखिल कर दें. यह उनके ही हित में है. जेटली ने कहा कि कंपनियों को भुगतान किये जाने वाले करों के बारे में विस्तृत जानकारी होती है. उन्हें अगले महीने की 14-15 तारीख तक रिटर्न दाखिल करना शुरू कर देना चाहिए, ताकि उन्हें जीएसटी नेटवर्क पर आसानी हो.
उल्लेखनीय है कि जीएसटी परिषद ने नेटवर्क का बोझ हल्का करने के लिए कंपनियों को शुरुआती रिटर्न जीएसटीआर-3बी फॉर्म में दिसंबर तक दाखिल करने की स्वीकृति दी है. जीएसटी शुरु होने के पहले छह माह के दौरान कारोबारियों को यह सुविधा दी गयी है. इस लिहाज से जीएसटीआर 3बी रिटर्न अगले माह की 20 तारीख तक करना है.
इससे तात्पर्य यह है कि अगस्त की रिटर्न 20 सितंबर तक अपलोड करनी होगी. बुधवार दोपहर तक 18.41 लाख कारोबारियों ने अगस्त की रिटर्न दाखिल की है. अगस्त के लिए बुधवार को रिटर्न दाखिल करने का अंतिम दिन था, जीएसटीएन ने प्रति घंटा 80 हजार से अधिक रिटर्न दर्ज की हैं.
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