पटना: छात्रों ने सोमवार को कॉलेज ऑफ कॉमर्स में जम कर हंगामा किया. वहां आरपीएस इंजीनियरिंग कॉलेज व मौलाना आजाद इंजीनियरिंग कॉलेज के पार्ट टू के सेकेंड पेपर की परीक्षा थी. कॉलेज प्रशासन पर मनमानी का आरोप लगाते हुए 745 में से 726 परीक्षार्थियों ने परीक्षा का बहिष्कार किया. 19 परीक्षार्थी ही परीक्षा में शामिल हुए. परीक्षार्थी सेंटर रद्द करने की मांग कर रहे थे.
उनका कहना था कि कॉलेज प्रशासन छात्र संघ के प्रतिनिधियों व छात्रों से वीक्षण कार्य करवा रहा है. परीक्षार्थियों को मानसिक प्रताड़ना दी जा रही है. हालांकि, कॉलेज प्रशासन इन आरोपों को निराधार व बेबुनियाद बता रहा है. पटना में एमयू शाखा के अधिकारी मनोज कुमार ने कहा कि जो परीक्षा में उपस्थित नहीं हुए हैं, उन्हें अनुपस्थित कर दिया गया है.
अब इस पर कोई फैसला परीक्षा विभाग के बैठक में ही लिया जायेगा. प्रोफेसर इंचार्ज प्रो रामगोपाल सिंह ने पूछने पर कहा कि यह गोपनीय परीक्षा है. अंदर आना मना है. यहां 40 प्रतिशत महिलाएं वीक्षण कार्य कर रही हैं. हालांकि, परीक्षा समाप्त होने के बाद एक भी महिला नहीं निकली. इधर, बीटेक की परीक्षा एक से चार बजे तक थी. परीक्षार्थी इस दौरान राजेंद्रनगर टर्मिनल पर जमे रहे और कुछ देर पर रणनीति बनाते रहे. चार बजे के बाद सभी छात्र अपने-अपने कॉलेज धरना देने चले गये.
छात्रों ने अपने कॉलेज के निदेशक से सेंटर रद्द कराने व परीक्षा से निष्कासित चार छात्रों को फिर से परीक्षा में बैठने देने की मांग कर रहे हैं. छात्रों ने बताया कि 17 मई को प्रथम पेपर की परीक्षा के दौरान जिन चार छात्रों को पकड़ गया, उन्हें प्रशासन द्वारा काफी पीटा गया है. उनमें से एक अस्पताल में भरती है.

