Bihar Election 2025: बिहार को जल्द ही चौथा एयरपोर्ट मिलने जा रहा है. पूर्णिया एयरपोर्ट का उद्घाटन सितंबर 2025 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होने की संभावना है. चर्चा है कि पीएम अपने जन्मदिन पर 17 सितंबर को ही इस एयरपोर्ट को जनता को समर्पित करेंगे. पटना, दरभंगा और गया के बाद पूर्णिया एयरपोर्ट राज्य को नई उड़ान देगा. उद्घाटन के साथ ही यहां से कमर्शियल फ्लाइट सेवा शुरू कर दी जाएगी.
बड़े स्तर पर तैयारियां
पूर्णिया एयरपोर्ट के लोकार्पण कार्यक्रम को लेकर जिला प्रशासन और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया पूरी ताकत से तैयारियों में जुटा है. बुधवार को डीएम अंशुल कुमार और एसपी स्वीटी सहरावत ने इंदिरा गांधी स्टेडियम और रंगभूमि मैदान का स्थलीय निरीक्षण किया. सुरक्षा से लेकर भीड़ प्रबंधन तक हर बिंदु पर अधिकारियों ने गहन समीक्षा की. एसडीएम, अपर समाहर्ता, ट्रैफिक डीएसपी समेत कई विभागीय अधिकारियों को विशेष दिशा-निर्देश दिए गए हैं ताकि प्रधानमंत्री का कार्यक्रम किसी भी स्तर पर प्रभावित न हो.
निर्माण कार्य को 30 अगस्त तक पूरा करने का आदेश
बीते दिनों सिविल एविएशन सेक्रेटरी समीर सिन्हा, एएआई के चेयरमैन विपिन कुमार और बिहार के डेवलपमेंट कमिश्नर प्रत्यय अमृत सहित उच्चस्तरीय टीम ने एयरपोर्ट का निरीक्षण किया था. बैठक में साफ निर्देश दिए गए कि 30 अगस्त तक हर हाल में निर्माण कार्य पूरा होना चाहिए. टीम ने टर्मिनल भवन से लेकर सुरक्षा व्यवस्था और रनवे की स्थिति का जायजा लिया और तय समय सीमा के भीतर काम पूरा करने की चेतावनी दी.
13 साल बाद उड़ान भरेंगे विमान
पूर्णिया एयरपोर्ट से वाणिज्यिक उड़ानों की वापसी लगभग 13 साल बाद होने जा रही है. साल 2012 में यहां थोड़े समय के लिए हवाई सेवा शुरू की गई थी, लेकिन अपर्याप्त इंफ्रास्ट्रक्चर और कम यात्री संख्या के कारण इसे बंद करना पड़ा. अब 46 करोड़ रुपये की लागत से 4000 वर्ग मीटर में बने आधुनिक टर्मिनल भवन और 2800 मीटर लंबे रनवे के साथ यह एयरपोर्ट पूरी तरह तैयार है. यात्रियों को यहां अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस टर्मिनल भवन मिलेगा.
आचार संहिता से पहले उद्घाटन पर जोर
इस साल के अंत में बिहार विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं. चुनाव आयोग अक्टूबर की शुरुआत में आचार संहिता लागू कर सकता है. इसी को देखते हुए केंद्र और राज्य सरकार चाहती है कि सितंबर में ही पूर्णिया एयरपोर्ट का उद्घाटन कर दिया जाए. अगस्त के अंत तक सभी निर्माण कार्य पूरे करने और सितंबर के पहले सप्ताह में डीजीसीए से हरी झंडी मिलने की उम्मीद है. इसके बाद पीएमओ से कार्यक्रम की तारीख तय होगी.
सियासी महत्व भी बड़ा
पूर्णिया एयरपोर्ट का उद्घाटन केवल विकास का प्रतीक नहीं बल्कि सियासी मायने भी रखता है. कोसी और सीमांचल क्षेत्र के लोग लंबे समय से बेहतर हवाई कनेक्टिविटी की मांग कर रहे थे. विधानसभा चुनाव से ठीक पहले एयरपोर्ट शुरू होने से केंद्र और राज्य सरकार इसे बड़ी उपलब्धि के तौर पर पेश कर सकती है. खासकर सीमांचल इलाके में बीजेपी और एनडीए अपने जनाधार को मजबूत करने की कोशिश में हैं.

