Nabinagar Chaupal: प्रभात खबर इलेक्शन एक्सप्रेस मंगलवार को नबीनगर विधानसभा क्षेत्र पहुंची. चौपाल से पहले बारुण के मुख्य बाजार और सीरीस बाजार में सड़क किनारे चौराहे पर चर्चा हुई. इसके बाद बारुण प्रखंड कार्यालय के पास गौतम बुद्ध नगर हॉल में चौपाल का आयोजन किया गया. इसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. बारुण के अलावा सोननगर, धमनी सहसपुर, टेंगरा, जोगिया, बड़ी खुर्द, भोपतपुर और आसपास के गांवों से भी लोग पहुंचे.

जनता ने साफ-साफ रखे सवाल
जनता के सवालों का जवाब देने के लिए कई दलों के नेता मौजूद थे. इनमें राजद के विधायक विजय कुमार सिंह उर्फ डब्लू सिंह, जन सुराज की अर्चना चंद यादव, भाजपा के अशोक कुमार सिंह, लोजपा नेता और पूर्व प्रत्याशी विजय सिंह यादव, जदयू के वरिष्ठ नेता संजीव कुमार सिंह और वीआइपी के जिला अध्यक्ष जगदीश चौधरी शामिल थे. चौपाल में जैसे ही सवाल-जवाब शुरू हुआ तो माहौल गरमाने लगा. कुछ नेताओं ने सरकार पर निशाना साधा तो कुछ ने उनके आरोपों को झूठ बताया. इस बीच शोरगुल भी हुआ, लेकिन जनता ने अपने मुद्दे साफ-साफ सामने रखे.
युवाओं ने बेरोजगारी और भ्रष्टाचार को लेकर जताया गुस्सा
लोगों ने सबसे ज्यादा सवाल विकास पर किए. बारुण की सड़कों पर ट्रकों से फैली जहरीली राख की समस्या को उठाया गया, जिससे स्थानीय लोग बीमार हो रहे हैं. सड़क, स्वास्थ्य, सुरक्षा और सिंचाई जैसे मुद्दे छाए रहे. प्रखंड और अंचल कार्यालय में फैले भ्रष्टाचार पर भी आवाज उठाई गई. कई लोगों ने शिकायत की कि गरीबों तक सरकारी योजनाएं नहीं पहुंच रही हैं.
युवाओं ने बेरोजगारी और परीक्षाओं की समस्या पर गुस्सा जताया. उन्होंने कहा कि पेपर लीक के कारण परीक्षाएं रद्द हो जाती हैं, लेकिन समय पर नई परीक्षा नहीं होती, जिससे उनका भविष्य अटक जाता है. किसानों ने सोन दियारा इलाके में बाढ़ की वजह से हर साल फसल बर्बाद होने की समस्या बताई और समाधान की मांग की.
विधायक डब्लू सिंह ने हर सवाल का जवाब देने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने बार-बार यही कहा कि उनकी सरकार नहीं है. इस वजह से कई लोगों को उनके जवाब संतोषजनक नहीं लगा.
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चौपाल में उठे प्रमुख 5 मुद्दे :
सड़क और जहरीली राख की समस्या- ट्रकों से फैलती राख से बारुण क्षेत्र के लोग परेशान.
स्वास्थ्य और शिक्षा की बदहाल स्थिति- मूलभूत सुविधाओं की कमी.
भ्रष्टाचार- प्रखंड कार्यालय में व्याप्त घूसखोरी की शिकायत.
बेरोजगारी व परीक्षाओं की समस्या- पेपर लीक और समय पर परीक्षा न होने पर युवाओं का आक्रोश.
किसानों की समस्या- सोन दियारा में बाढ़ से हर साल फसल बर्बादी.
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