Chirag Paswan: लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान इन दिनों बिहार विधानसभा चुनाव में एक मजबूत दावेदार के तौर पर उभरे हैं. पटना में चिराग पासवान ने ‘प्रभात खबर’ के पॉलिटिकल एडिटर मिथलेश और बिहार डिजिटल हेड केशव सुमन से खास बातचीत की. उन्होंने साफ किया कि यदि NDA की सरकार बनती है, तो उनकी पार्टी निश्चित रूप से सरकार में शामिल होगी. अपनी पार्टी को मिली 29 सीटों की हिस्सेदारी को जायज ठहराते हुए चिराग ने कहा कि उनकी पहली जिम्मेदारी इन सभी सीटों पर जीत सुनिश्चित करना है.
2030 में मुख्यमंत्री बनने का टारगेट- चिराग
जब चिराग पासवान से पूछा गया कि क्या वह बिहार के मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं? तो उन्होंने भविष्य की संभावनाओं पर खुलकर बात की. उन्होंने कहा, ‘चाहतें बहुत होती हैं, लेकिन चाहत और हकीकत में फर्क होता है. आज की तारीख में हम नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं और उन्हीं के नेतृत्व में जीतेंगे.’ हालांकि, उन्होंने अपने भविष्य के इरादे साफ करते हुए कहा कि ‘भविष्य में क्या होगा, यह कोई नहीं जानता, लेकिन इतना तय है कि 2030 में मैं मुख्यमंत्री बनने का टारगेट करूंगा.’
तो इसलिए लिया चुनाव नहीं लड़ने का लिया फैसला
एक सवाल के जवाब में चिराग पासवान ने बताया इस बार विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन अंतिम समय में उन्होंने अपना फैसला वापस ले लिया. उन्होंने बताया कि सीटों के तालमेल और नामांकन की तारीखें नज़दीक थीं. अगर वह उम्मीदवार होते, तो या तो वह अपना नामांकन करा पाते या फिर पार्टी के उम्मीदवारों का. चिराग ने बताया कि वो चुनावी तैयारियों में ठीक से शामिल नहीं हो पाते, इसलिए पार्लियामेंट्री बोर्ड के फैसले के बाद उन्होंने खुद चुनाव लड़ने का निर्णय वापस ले लिया.
29 सीटें ‘शुभ संकेत’
NDA में LJP(R) को 29 सीटें मिलने पर चिराग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री के विश्वास का नतीजा है कि ‘जीरो विधायक’ वाली पार्टी को 29 सीटें मिलीं. चिराग ने 29 सीटों को शुभ संकेत मानते हुए कहा कि 2005 में उनके पिता रामविलास पासवान ने भी 29 सीटें जीती थीं, और उन्हें भरोसा है कि 20 साल बाद वह फिर से 29 सीटें जीतकर लाएंगे.
महागठबंधन पर कसा तंज
महागठबंधन पर हमला बोलते हुए चिराग पासवान ने कहा कि महागठबंधन ‘भानुमति का ऐसा कुनबा है, जो बनने से पहले ही धराशायी हो गया.’ तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि ‘जो गठबंधन को नहीं संभाल सका, वह बिहार को क्या संभाल पाएगा.’ चिराग ने दावा किया कि 2020 की तुलना में इस बार NDA की जीत ऐतिहासिक होगी, क्योंकि गठबंधन की ताकत बहुत बढ़ चुकी है.
Also Read: वोटिंग से ठीक पहले लालू-तेजस्वी को लगा तगड़ा झटका, एक साथ 50 से ज्यादा नेताओं ने दिया इस्तीफा

