CWC Meeting In Patna: आजादी के बाद पहली बार पटना में हुई कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक को पार्टी ने बड़े चुनावी एजेंडे में तब्दील कर दिया. बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने इस मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और NDA पर सीधा हमला बोला. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कई मुद्दों पर भाजपा और नीतीश सरकार को घेरा. उनके भाषण से पांच बड़ी बातें साफ होकर सामने आईं, जिन पर कांग्रेस आने वाले चुनाव में जोर देने वाली है.
1. नीतीश कुमार BJP के लिए बोझ
खरगे ने NDA में अंदरूनी कलह को खुलकर सामने लाते हुए कहा कि भाजपा अब नीतीश कुमार को बोझ मानने लगी है. उन्होंने दावा किया कि भाजपा नीतीश को ‘मेंटली रिटायर्ड’ समझ चुकी है.
2. बेरोजगारी और किसानों का संकट
कांग्रेस अध्यक्ष ने बेरोजगारी और किसान आंदोलन का मुद्दा प्रमुखता से उठाया. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार युवाओं को रोजगार देने में पूरी तरह नाकाम रही है. 2 करोड़ नौकरियों का वादा अधूरा है, जबकि बिहार में बेरोजगारी दर 15% से ऊपर पहुंच चुकी है. किसानों की आय दोगुनी करने का वादा भी अधूरा रहा. 2020-21 के कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में 750 से अधिक किसानों की जान गई.
3. वोटर लिस्ट में हेरफेर का आरोप
खरगे ने आरोप लगाया कि बिहार की तर्ज पर पूरे देश में लाखों वोटरों के नाम काटे जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि वोट चोरी का मतलब है गरीब, दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक और वंचित तबकों के अधिकारों की चोरी. इसे उन्होंने लोकतंत्र पर सीधा हमला बताया.
4. चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल
चुनाव आयोग को भी कांग्रेस ने निशाने पर लिया. खड़गे ने कहा कि लोकतंत्र की नींव निष्पक्ष और पारदर्शी चुनावों पर टिकी है, लेकिन अब चुनाव आयोग की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं. उन्होंने EC से जुड़े हाल के विवादों का जिक्र करते हुए कहा कि आयोग जवाब देने के बजाय विपक्ष से एफिडेविट मांग रहा है.
5. अर्थव्यवस्था और GST पर हमला
खरगे ने कहा कि नोटबंदी और गलत GST ने देश की अर्थव्यवस्था को पटरी से उतार दिया. लाखों युवा रोजगार के बिना भटक रहे हैं. 8 साल बाद सरकार को अपनी गलती का एहसास हुआ और अब वही सुधार किए जा रहे हैं, जिनकी मांग कांग्रेस ने शुरू से की थी.

