Thar Roxx Vs Jimny Vs Gurkha 5-Door: भारत में 5-डोर ऑफ-रोड एसयूवी का खेल अब गंभीर हो चुका है. महिंद्रा थार रॉक्स, मारुति सुजुकीजिम्नी और फोर्स गुरखा 5-डोर- तीनों ही दमदार इरादों के साथ मैदान में हैं. कोई टेक्नोलॉजी से लुभाता है, कोई कच्ची-पक्की ताकत से, तो कोई हल्के वजन और सादगी से. सवाल यही है कि रोजमर्रा की जिंदगी और जंगल-पहाड़, दोनों के लिए सबसे संतुलित पैकेज कौन देता है?
ऑफ-रोड में किसका जलवा सबसे भारी?
तीनों एसयूवी असली ऑफ-रोडर की बुनियाद पर खड़ी हैं- लैडर-फ्रेम चेसिस और लो-रेंज गियरिंग. जिम्नी छोटे आकार और हल्के वजन का फायदा उठाती है. बिना डिफरेंशियल लॉक के भी सही लाइन पकड़ ली जाए तो यह मुश्किल रास्तों से निकल जाती है. गुरखा 5-डोर पूरी तरह देसी, रॉ और मैकेनिकल फील देता है. इसके फ्रंट और रियर डिफ लॉक कठिन हालात में बड़े काम के हैं, हालांकि इनका ऑपरेशन कभी-कभी झुंझलाहट भी देता है. थार रॉक्स बीच का सबसे मजबूत खिलाड़ी बनकर उभरता है. इलेक्ट्रॉनिक रियर डिफ लॉक, हल्का इलेक्ट्रिक स्टीयरिंग और बेहतर कंट्रोल इसे तकनीक और ताकत का संतुलित मेल बनाते हैं. लंबा व्हीलबेस होने के बावजूद ऑफ-रोड क्षमता में कोई बड़ी कमी महसूस नहीं होती.
लुक, रोड प्रेजेंस और केबिन का खेल
जिम्नी सबसे कॉम्पैक्ट है. शहर में चलाना आसान, लेकिन रोड पर रुतबा कम. गुरखा 5-डोर ऊंचाई और बॉक्सी डिजाइन के कारण सबसे भारी-भरकम दिखती है- स्नॉर्कल और रूफ रैक इसे एडवेंचर रेडी बनाते हैं. थार रॉक्स स्टाइल और साइज का सही तालमेल बैठाती है. केबिन में कदम रखते ही इसका प्रीमियम एहसास अलग ही पहचान बनाता है.बड़ा टचस्क्रीन, डिजिटल इंस्ट्रूमेंट्स और बेहतर मटीरियल क्वाॅलिटी इसे साफ बढ़त दिलाते हैं, जबकि गुरखा का इंटीरियर अभी भी काफी बेसिक लगता है.
पीछे की सीट और फैमिली प्रैक्टिकलिटी
रियर सीट की बात करें, तो थार रॉक्स यहां बाजी मार लेती है. घुटनों के लिए पर्याप्त जगह, एडजस्टेबल बैकरेस्ट और पैनोरमिक सनरूफ फैमिली इस्तेमाल को आसान बनाते हैं.जिम्नी चार-सीटर है और पीछे बैठने वालों को सीमित जगह से समझौता करना पड़ताहै.गुरखा की खासियत इसका तीसरा रो है, लेकिन वहां पहुंचना और सामान के साथ इस्तेमाल करना उतना आसान नहीं.बड़ी दिखने वाली गुरखा अंदर से उतनी खुली नहीं लगती.
इंजन, ताकत और सड़क प्रेजेंस
जिम्नी का पेट्रोल इंजन भरोसेमंद है, लेकिन हाईवे पर जोश कम पड़ जाता है. गुरखा का नया डीजल पहले से कहीं बेहतर है, फिर भी भारी बॉडी के कारण यह आपको आराम से चलाने के लिए मजबूर करता है. थार रॉक्स का डीजल इंजन यहां सबसे ज्यादा असर छोड़ताहै. ताकत, रिस्पॉन्स और गियरबॉक्स का तालमेल इसे शहर, हाईवे और ऑफ-रोड- तीनों जगह आत्मविश्वास देता है. स्टीयरिंग भी बाकी दोनों के मुकाबले कहीं ज्यादा आधुनिक और हल्का महसूस होता है.
सेफ्टी, कीमत और आखिरी फैसला
सेफ्टी फीचर्स में थार रॉक्स साफ आगे निकल जाती है. छह एयरबैग, स्टेबिलिटी कंट्रोल के साथ-साथ एडीएएस जैसी आधुनिक तकनीक इसे ज्यादा भरोसेमंद बनाती है.जिम्नी और गुरखा यहां लिमिटेड नजर आती हैं. कीमत की बात करें, तो जिम्नी सबसे सस्ती है, गुरखा बीच में और थार रॉक्स सबसे महंगी. लेकिन फीचर्स, परफॉर्मेंस और ऑल-राउंड उपयोग को देखें तो थार रॉक्स पैसों की पूरी कीमत वसूल करती है. यही वजह है कि यह एकमात्र गाड़ी के तौर पर सबसे मजबूत दावा पेश करती है.
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