Bike Engine Oil: बहुत लोगों के लिए ‘बाइक’ सिर्फ एक जगह से दूसरी जगह जाने वाली सवारी नहीं होती बल्कि एक इमोशन होती है. शाम में दोस्तों के साथ घूमना है तो तुरंत बाइक निकाल ली. घर पर शादी-ब्याह हुई तो स्टेशन से फूफा जी और मामा जी को फटाफट लाने में बाइक ही काम आती है. कभी घरवालों से डांट खा ली और गुस्सा बढ़ गया, तो बाइक पर निकल लिए ठंडी हवा खाने निकल पड़ते हैं. मतलब हर मौके पर बाइक आपका साथ देती है. लेकिन जरा सोचिए, जितना ख्याल बाइक आपका रखती है, क्या आप भी उतना ही उसकी देखभाल करते हैं? क्योंकि जरा सी लापरवाही बाइक के इंजन को खराब कर सकती है.
कई लोग ऐसे होते हैं जो रोज बाइक उठाते हैं, चाबी घुमाते हैं और निकल पड़ते हैं, लेकिन ध्यान ही नहीं देते कि इंजन ऑयल भी बदलना जरूरी होता है. अगर समय पर तेल नहीं बदला तो इंजन में दिक्कतें आने लगती हैं. इंजन को बाइक का ‘दिल’ माना जाता है, और अगर ये खराब हो गया तो जेब ढीली होने के लिए तैयार रहना पड़ेगा. इसलिए ये जानना जरूरी है कि इंजन ऑयल कब बदलना चाहिए, ताकि आपकी बाइक हमेशा फिट रहे. आइए जानते हैं.
इंजन से तेज आवाज आने पर
अगर आपकी बाइक का इंजन पहले से ज्यादा तेज आवाज करने लगे, तो समझ लीजिए इंजन ऑयल (Bike Engine Oil) बदलने का टाइम आ गया है. नया तेल इंजन के पार्ट्स को एक तरह से सेफ्टी लेयर देता है, लेकिन धीरे-धीरे ये असर खो देता है. जब ऐसा होता है तो धातु के पुर्जे आपस में रगड़ खाने लगते हैं और इंजन से ज्यादा तेज आवाज आने लगती है.
इंजन ज्यादा गर्म होने पर
अगर बाइक जल्दी-जल्दी गरम होने लगे तो ये इस बात का इशारा हो सकता है कि आपका इंजन ऑयल (Bike Engine Oil) खराब हो गया है, या फिर उसमें तेल कम है. ऐसे में इंजन पर ज्यादा जोर पड़ता है और उसके खराब होने का खतरा भी बढ़ जाता है.
बाइक की स्पीड कम होने पर
अगर बाइक की स्पीड पहले जैसी नहीं बढ़ रही और आपको जरूरत से ज्यादा ज्यादा एक्सीलरेटर घुमाना पड़ रहा है तो समझ जाइए इंजन ऑयल (Bike Engine Oil) बदलने का टाइम आ गया है. दरअसल, कम लुब्रिकेशन और पावर आउटपुट की वजह से ही बाइक की स्पीड स्लो हो जाती है.
ऑयल लेवल कम होने पर
ऑयल लेवल चेक करने के लिए इंजन ब्लॉक के साइड में एक छोटी सी खिड़की बनी होती है. अगर उसमें तेल का लेवल मिनिमम मार्क से नीचे दिखे, तो समझ जाइए कि अब ऑयल बदलने का टाइम आ गया है.
ऑयल काला और गाढ़ा हो जाने पर
कई बाइक्स में ऑयल चेक करने के लिए डिपस्टिक दिया होता है. इससे आसानी से इंजन ऑयल (Bike Engine Oil) देखा जा सकता है. अगर ऑयल नया है तो उसका रंग हल्का भूरा होगा, लेकिन जैसे-जैसे पुराना होता है, ये काला और गाढ़ा हो जाता है. आप चाहें तो उंगली से भी ऑयल चेक कर सकते हैं. अगर ऑयल छूने पर चिकना की जगह खुरदुरा लगे या उसमें छोटे-छोटे पार्टिकल्स दिखें, तो समझ जाइए कि ऑयल खराब हो चुका है और इसे बदलने की जरूरत है. साथ ही, डिपस्टिक से ऑयल का लेवल भी पता चल जाता है.
यह भी पढ़ें: ट्रिप पर निकलने से पहले 5 मिनट में करें गाड़ी का प्री-चेकअप, सुहाने सफर में नहीं आएगी कोई भी अड़चन
यह भी पढ़ें: सर्विस सेंटर पर कार के टायर और बैटरी बदल न दे कोई, पहले से कर लें यह इंतजाम

