चान्हो घटना के खिलाफ गुमला में आक्रोश
गुमला जिला बंद रहा सड़क पर दिखा गुस्सा
गुमला : चान्हो घटना के खिलाफ गुरुवार को गुमला जिले में भी आक्रोश देखा गया. आछासं का आहूत बंद सफल रहा. आदिवासी युवा सड़क पर उतर आये. कई स्थानों पर सड़क जाम किया. बारिश में भी जमे रहे. साइकिल तक को पार होने नहीं दिया.
जामकर्ताओं को वरीय पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी समझाने का प्रयास किये. लेकिन सड़क से नहीं हटे. दिन के 11.30 बजे जामकर्ता स्वत: सड़क से हटे. लेकिन गुमला की सभी दुकानें बंद रही. बंद के कारण शहर से एक भी बस नहीं छूटी. यहां तक की छोटी बड़ी सभी गाड़ियों का परिचालन ठप रहा. बंद से जिले भर में लगभग 50 लाख रुपये का व्यवसाय प्रभावित हुआ है.
वाहनों का शीशा तोड़ा
सुबह छह बजे आछासं के संयोजक महावीर उरांव के नेतृत्व में सैंकड़ों लोग केओ कॉलेज के समीप रोड जाम कर दिये. इससे गुमला व सिमडेगा जिले का मार्ग अवरुद्ध हो गया. यहां कुछ गाड़ी चालक जबरन पार करने का प्रयास कर रहे थे, तो उनका शीशा तोड़ दिया गया. कॉलेज भी बंद करा दिया.
नौ बजे पटेल चौक के पास आछासं के सचिव सुनील उरांव व जिला प्रवक्ता सुमित उरांव के नेतृत्व में सड़क जाम किया गया. जाम की सूचना पर डीडीसी अंजनी कुमार, एलआरडीसी अनूप शरण, बीडीओ कृतिबाला लकड़ा, सीओ अलका कुमारी, डीएसपी कैलाश करमाली, इंस्पेक्टर आरपी चौधरी, एएसआई बबलू बेसरा पुलिस बल के साथ पहुंचे. जामकर्ता किसी प्रकार का उपद्रव न करें, इसके लिए लगातार अधिकार नेतृत्व कर रहे नेताओं से बात कर रहे थे.
मौके पर मनोज उरांव, मंगलेश्वर उरांव, संजय उरांव, आकाश भगत, प्रमोद मुंडा, सुजीत उरांव, रमेश उरांव, श्याम उरांव, बबलू उरांव, रोहित उरांव, सुशील उरांव, कमल उरांव, रंथु उरांव, सुधीर उरांव, रंजीत उरांव, बालकेश्वर किंडो, मनी खेरवार, समीर टोप्पो, बबलू उरांव, राजन उरांव, सुरेश्वर उरांव, दिलेंद्र उरांव सहित कई लोग थे.