दिघवारा : उत्तर प्रदेश के गोंडा में जिस महिला की हत्या को लेकर प्राथमिकी दर्ज हुई, वह स्थानीय थाने के आमी में दूसरी शादी रचा कर गृहस्थी संभालते हुए किराये के मकान में जिंदा मिली. जी हां, अपने ऊपर पत्नी की हत्या का आरोप झेल रहे उक्त महिला के पहले पति ने आखिरकार अपनी मृत घोषित पत्नी को आमी से पुलिस को जिंदा बरामद करवाकर अपनी बेगुनाही का सबूत दे दिया. उधर, मृत घोषित महिला को दिघवारा पुलिस ने थाना क्षेत्र के आमी गांव से नाटकीय ढंग से बरामद कर लिया है. इसके बाद उलझे मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है.
दूसरी शादी रचा कर जमा ली थी गृहस्थी
आमी से उत्तर प्रदेश की जिस महिला की बरामदगी हुई है, वह यहां अपने दूसरे पति व जानीपुर थाना क्षेत्र के अकबरपुर निवासी उमाशंकर मिश्रा के साथ रह रही थी, जो इसी गांव में पुजारी का काम करता है.
पति पर पत्नी की हत्या कर शव गायब करने की दर्ज करायी गयी थी प्राथमिकी
पटना जिले के धनरूआ थाना निवासी दीनानाथ पांडे ने उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के इटियाथोक थाने में चचेरी बहन रागिनी की हत्या कर शव को गायब कर देने का आरोप लगाते हुए उसके पति समेत परिजनों पर लगाते हुए नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी थी. प्राथमिकी में उसने बताया था कि इटियाथोक थाने के भवनियापुर गांव निवासी पंकज मिश्रा के साथ वर्ष 2005 में रागिनी की शादी हिंदू रीति-रिवाज के साथ हुई थी. शादी में सामर्थ्य के हिसाब से दहेज दिया गया. लेकिन, शादी के बाद दहेज के लिए रागिनी के साथ ससुराल वालों द्वारा मारपीट करने के साथ उसे प्रताड़ित किया जाने लगा. इसी क्रम में पति पंकज मिश्रा व उसके परिवार के सदस्यों ने उसकी हत्या कर शव को गायब कर दिया. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस मामले की जांच-पड़ताल में जुट गयी. वहीं, आरोपित पति भी अपनी मृत घोषित पत्नी की तलाश में जुट गया. अंततः वह पत्नी को दिघवारा थाने के आमी गांव से जिंदा बरामद कराने में सफल हुआ, जो दूसरी शादी रचा कर दो महीने पूर्व से ही आमी में रह रही थी. सूचना पर पुलिस ने रागिनी को आमी से बरामद करते हुए गोंडा पुलिस को सूचित कर दिया है.

