Rafale Controversy: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण हो गया था. इस हमले में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 आम लोगों की मौत हुई थी. इसके बाद भारत ने पाकिस्तान समर्थित आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई की, जिसे कुछ रिपोर्टों में ऑपरेशन सिंदूर कहा गया. इसी बीच पाकिस्तान के एक बड़े मीडिया चैनल ने फ्रांस और भारत के सबसे ताकतवर लड़ाकू विमान राफेल को लेकर एक बड़ी कहानी चला दी. बस यहीं से विवाद शुरू हुआ.
फ्रेंच नेवी ने कहा- ये फेक न्यूज है
पाकिस्तान के टीवी चैनल जीयो टीवी और उसके पत्रकार हामिद मीर ने दावा किया कि फ्रांस के एक नौसेना अधिकारी ने माना है कि भारत का राफेल फाइटर जेट पाकिस्तान के सामने कमजोर साबित हुआ और पाकिस्तान के पायलटों ने भारतीय राफेल को मार गिराया. इस पर फ्रांस की नौसेना, जिसे French Navy या Marine Nationale कहा जाता है, ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर सख्त बयान जारी किया और लिखा कि ये खबर पूरी तरह फेक न्यूज, गलत जानकारी और लोगों को गुमराह करने वाली है. उन्होंने साफ कहा कि ये बातें उनके किसी अधिकारी ने नहीं कही हैं.
[#FAKENEWS] These statements were attributed to Captain Launay who never gave his consent for any form of publication.
— Marine nationale (@MarineNationale) November 22, 2025
The article contains extensive misinformation and disinformation. pic.twitter.com/crVrFFABkx
जिस अफसर का नाम लिया गया, वही कहानी ही गलत निकली पाकिस्तानी चैनल ने जिस अधिकारी के नाम से बयान चलाया, उसका नाम बताया गया कैप्टन जैक लॉने (Jacques Launay). लेकिन फ्रेंच नेवी ने स्पष्ट किया कि अधिकारी का असली नाम है कैप्टन Yvan Launay. इतना ही नहीं, फ्रेंच नेवी ने यह भी कहा कि कैप्टन लॉने ने किसी भी मीडिया को ऐसा कोई बयान दिया ही नहीं और न ही उन्होंने किसी लेख को छापने की सहमति दी थी. फ्रेंच नेवी ने X पर साफ लिखा कि ये बयान कैप्टन लॉने के नाम से चलाए गए, जबकि उन्होंने कभी ऐसी किसी चीज की इजाजत नहीं दी. यह खबर गलत और भ्रामक है.
Rafale Controversy: क्या दावा किया गया था पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट में?
जीयो टीवी ने 21 नवंबर को एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जिसमें दावा किया गया कि एक फ्रांसीसी नौसेना कमांडर ने पाकिस्तान की वायुसेना की तारीफ की और कहा कि पाकिस्तान ने भारत पर हवाई बढ़त बना ली. रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया कि भारत के कई राफेल जेट गिराए गए, यह सब मई 6 और 7 के बीच हुए हवाई टकराव में हुआ, इस दौरान 140 से ज्यादा फाइटर जेट हवा में थे और पाकिस्तान को इसमें चीनी लड़ाकू विमान J-10C की मदद मिली. इन सभी दावों को फ्रेंच नेवी ने पूरी तरह गलत और मनगढ़ंत बताया है.
कैप्टन लॉने की असली भूमिका क्या है?
फ्रांस ने साफ किया कि कैप्टन Yvan Launay किसी युद्ध या भारत-पाक तनाव पर राय देने वाले अधिकारी नहीं हैं. वे केवल फ्रांस के Landivisiau एयर बेस के कमांडर हैं, जहां Rafale Marine विमान तैनात हैं. उनका एक भाषण या प्रेजेंटेशन हुआ था, जिसमें उन्होंने सिर्फ टेक्निकल बातें की थीं, जैसे कि राफेल मरीन के मिशन, मुश्किल हालात में हवाई लड़ाई की चुनौतियां, पायलटों को किन हालात का सामना करना पड़ता है. इसका भारत-पाक लड़ाई या राफेल गिरने से कोई सीधा संबंध नहीं था.
रडार फेल होने वाली बात भी निकली झूठी
पाकिस्तानी मीडिया ने यह भी लिखा कि कैप्टन लॉने ने कहा था कि राफेल का रडार ठीक से काम नहीं कर पाया और इसलिए भारतीय जेट नुकसान में रहे. उन्होंने ये भी झूठा दावा किया कि राफेल की मशीन में कोई दिक्कत नहीं थी, उसे ठीक से चलाया नहीं गया. लेकिन फ्रेंच नेवी ने साफ कहा कि ऐसा कोई बयान कभी नहीं दिया गया और यह सारी बातें प्रोपेगैंडा यानी झूठा नैरेटिव बनाने के लिए जोड़ी गईं.
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