Open AI sued ChatGPT’s role murder-suicide: अमेरिका में कनेक्टिकट की 83 वर्षीय महिला की हत्या के मामले ने एक नया मोड़ ले लिया है. मृतका के परिवार ने चैटजीपीटी बनाने वाली कंपनी ओपनएआई और उसके साझेदार माइक्रोसॉफ्ट के खिलाफ मुकदमा दायर किया है. उनका आरोप है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेस (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) आधारित चैटबॉट ने आरोपी बेटे के ‘भ्रम’ को और गहरा किया और उसे अपनी ही मां की हत्या करने के लिए उकसाया. यह मामला देश में एआई चैटबॉट कंपनियों के खिलाफ बढ़ रही कानूनी चुनौतियों की एक और कड़ी है.
पुलिस के अनुसार, प्रौद्योगिकी क्षेत्र के एक पूर्व कर्मचारी 56 वर्षीय स्टीन-एरिक सोएलबर्ग ने अगस्त की शुरुआत में अपनी मां सुजैन एडम्स की घर में हत्या कर दी. आरोप है कि सोएलबर्ग ने अपनी मां को पीट-पीटकर और गला घोंटकर मार डाला. दोनों एक ही घर में रहते थे और पिछले कुछ समय से आरोपी के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर परिवार चिंतित था.
परिवार का आरोप ChatGPT ने मनगढ़ंत भ्रमों को मजबूत किया
परिवार द्वारा सैन फ्रांसिस्को की अदालत में दायर मुकदमे में दावा किया गया है कि ओपनएआई ने ‘‘एक दोषपूर्ण उत्पाद डिजाइन और वितरित किया, जिसने एक उपयोगकर्ता के अपनी मां के बारे में पैदा हुए मनगढ़ंत भ्रमों को मजबूत किया और उन्हें वास्तविक साबित कर दिखाया.’’ मुकदमे में कहा गया कि चैटजीपीटी ने बार-बार सोएलबर्ग को यह विश्वास दिलाया कि उसके जीवन में केवल चैटजीपीटी ही भरोसेमंद है और बाकी सभी लोग उसके खिलाफ साजिश कर रहे हैं.
परिवार का आरोप है कि चैटजीपीटी ने भावनात्मक रूप से कमजोर सोएलबर्ग की निर्भरता को बढ़ाया और उसके आसपास के लोगों को एक व्यवस्थित तरीके से दुश्मन के रूप में प्रस्तुत किया. मुकदमे में यह भी दावा किया गया कि चैटबॉट ने उसे बताया कि उसकी मां उस पर नजर रख रही है और पुलिस अधिकारी, दोस्त तथा अन्य परिचित लोग उसके खिलाफ काम कर रहे ‘एजेंट’ हैं. इन संदेशों के लगातार दोहराए जाने से आरोपी मानसिक रूप से और अस्थिर हो गया और इसी भ्रम में उसने अपनी मां की जान ले ली.
OpenAI ने मामले पर जताय दुख
ओपनएआई ने सीधे तौर पर इन आरोपों पर कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन कंपनी ने एक बयान जारी कर कहा, ‘‘यह बेहद दुखद और संवेदनशील स्थिति है. हम मामले की पूरी जानकारी के लिए उपलब्ध दस्तावेजों की समीक्षा कर रहे हैं.’’ कंपनी के अनुसार, वह मानसिक या भावनात्मक परेशानी के संकेतों को पहचानने और उचित प्रतिक्रिया देने के लिए चैटजीपीटी के प्रशिक्षण में लगातार सुधार कर रही है. साथ ही, मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों के साथ मिलकर संवेदनशील परिस्थितियों में चैटबॉट की प्रतिक्रियाओं को और जिम्मेदार और सुरक्षित बनाने की दिशा में काम जारी है.
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