Nepal Violence: नेपाल हिंसा पर Gen-Z नेता अनिल बनिया ने बताया, “हमने यह आंदोलन बुजुर्ग नेताओं से तंग आकर किया था. हमने शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था, लेकिन राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने आगजनी की और फिर बुनियादी ढांचे में तोड़फोड़ की. ऑनलाइन सर्वेक्षणों के जरिए Gen-Z नेताओं ने सुशीला कार्की को वोट दिया. हम संविधान बदलने की कोशिश नहीं कर रहे, बल्कि उसमें जरूरी बदलाव करने की कोशिश कर रहे हैं. छह महीने के अंदर हम चुनाव लड़ेंगे.”
हम नेतृत्व संभालने में सक्षम नहीं हैं : Gen-Z नेता
Gen-Z नेता दिवाकर दंगल ने कहा, “हम नेतृत्व संभालने में सक्षम नहीं हैं और नेतृत्व संभालने के लिए हमें परिपक्व होने में समय लगेगा. हमें तोड़ने की कोशिश की जा रही है. पार्टी के कुछ सदस्यों को गलतफहमी है कि वे घुसपैठ करके फूट डाल सकते हैं. यह खून-खराबा आपकी (पुराने नेताओं) वजह से है. अगर लोग खून-खराबा शुरू करेंगे, तो वे बच नहीं पाएंगे. हम खून-खराबा नहीं चाहते. हम संसद भंग करना चाहते हैं, संविधान रद्द नहीं करना चाहते.”
देश के संरक्षक के रूप में सुशीला कार्की सर्वश्रेष्ठ विकल्प : Gen-Z नेता
Gen-Z नेता जुनल गदल ने कहा, “हमें देश के संरक्षक के रूप में सुशीला कार्की (नेपाल की पूर्व मुख्य न्यायाधीश) को सर्वश्रेष्ठ विकल्प के रूप में चुनना चाहिए.” जेन-जेड नेता दिवाकर दंगल ने कहा, “हम यह आंदोलन भ्रष्टाचार के खिलाफ कर रहे हैं क्योंकि यह बड़े पैमाने पर फैला हुआ है.”
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