Israel-Iran War : ईरान आज अपने न्यूक्लियर प्रोग्राम पर चर्चा के लिए एक यूरोपीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक करने जा रहा है. इसके अलावा, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की एक अहम बैठक भी आज होने जा रही है, जिसकी मांग खुद ईरान ने की थी. पिछले शुक्रवार को इजराइल के हमले के बाद UNSC की आपात बैठक हुई थी. अब ईरान ने रूस, चीन और पाकिस्तान के समर्थन से दोबारा बैठक की मांग की, जिसका मुख्य एजेंडा इजराइल-ईरान तनाव को कम करना रहेगा.
ईरान को लेकर फैसला दो सप्ताह के भीतर लेंगे ट्रंप
व्हाइट हाउस ने गुरुवार को कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अगले दो सप्ताह में यह फैसला करेंगे कि ईरान पर हमला किया जाए या नहीं. हालांकि ट्रंप को अब भी यह उम्मीद है कि बातचीत के ज़रिए अमेरिका और इजराइल की ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर की गई मांगें पूरी हो सकती हैं. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने बताया कि ट्रंप द्वारा ईरान को दी गई चेतावनी की समयसीमा बढ़ा दी गई है. ईरान को परमाणु हथियार बनाने की किसी भी संभावना पर रोक लगाने को कहा गया है.
हाई लेवल मीटिंग होगी ईरान को लेकर
ब्रिटेन के विदेश सचिव डेविड लैमी शुक्रवार को जेनेवा में होने वाली हाई लेवल बातचीत में भाग लेंगे. इस बातचीत में फ्रांस और जर्मनी के विदेश मंत्री, यूरोपीय संघ की हाई रिप्रेजेंटेटिव काजा कालास और ईरान के विदेश मंत्री भी शामिल होंगे. बैठक का उद्देश्य ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर एक कूटनीतिक समाधान तलाशना है. यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ईरान पर दबाव बना रहे हैं. लैमी इससे पहले वॉशिंगटन में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और विशेष दूत स्टीव विटकॉफ से भी मिल चुके हैं.
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इजराइल अकेले कार्रवाई को तैयार
इजराइली राष्ट्रपति इसाक हर्जोग की ओर से स्पष्ट किया गया है कि यदि अमेरिका ईरान संकट में हस्तक्षेप नहीं करता, तो इजराइल अकेले भी कार्रवाई करने में पूरी तरह सक्षम है. उन्होंने कहा, “हमें पता है क्या करना है, और हम पहले भी यह साबित कर चुके हैं.” हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि किसी भी संकट का समाधान कूटनीति के जरिए निकल सकता है.