Russia Ukraine War: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बातचीत के सार्थक परिणाम सामने आ रहे हैं. मंगलवार को फोन पर हुई वार्ता के बाद क्रेमलिन की ओर से कहा गया है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के ऊर्जा ठिकानों और बुनियादी ढांचों पर हमले 30 दिनों के लिए रोकने पर सहमति जताई है. रूस के राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन के मुताबिक पुतिन ने बातचीत के दौरान राष्ट्रपति ट्रंप से कहा कि युद्ध समाप्त करने के लिए अमेरिका और उसके सहयोगियों को यूक्रेन को सैन्य और खुफिया सहायता देना बंद करना होगा. यूक्रेन में जारी युद्ध को रोकने की दिशा में ट्रंप की इस पहल को बेहद अहम माना जा रहा है. इससे पहले यूक्रेन ने अमेरिका के सीज फायर प्रस्ताव पर अपनी सहमति जता चुका है. सऊदी अरब में अमेरिकी विदेश मंत्री के साथ बातचीत में यूक्रेन ने हामी भरी थी. इधर ट्रंप ने पुतिन से फोन पर बातचीत से पहले कहा था कि वह रूस के साथ उन क्षेत्रों और बिजली संयंत्रों पर चर्चा करेंगे जिस पर तीन साल से जारी युद्ध के दौरान रूस ने कब्जा कर लिया है.
व्हाइट हाउस ने सोशल मीडिया पर जारी किया बयान
रूस और अमेरिका के राष्ट्रपति की बातचीत के बात व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान के मुताबिक राष्ट्रपति ट्रंप और राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन युद्ध में शांति और युद्ध विराम की जरूरत के बारे में बात की. दोनों नेताओं ने संघर्ष को स्थायी शांति के साथ खत्म करने पर सहमति जताई है. बातचीत में ट्रंप ने अमेरिका और रूस के बीच बेहतर द्विपक्षीय संबंधों की जरूरत पर जोर दिया. इस पर जोर दिया गया कि यूक्रेन और रूस ने इस युद्ध में जो खून और पैसा खर्च किया है उसे अपने लोगों की जरूरतों पर खर्च करना बेहतर होगा.
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जल्द शुरू होगी वार्ता
व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान में कहा गया कि यह लड़ाई कभी शुरू नहीं होना चाहिए थी. बयान में कहा गया कि इस बात पर सहमति जाहिर की गई है कि शांति की दिशा में बढ़ते हुए बुनियादी ढांचे के युद्ध विराम के साथ-साथ काला सागर में समुद्री युद्ध विराम, पूर्ण युद्ध विराम और स्थायी शांति के कार्यान्वयन पर जल्द वार्ता शुरू हो. बताया गया है कि यह बातचीत मध्य-पूर्व जल्द ही शुरू होगी.
संघर्ष विराम कराना चाहते हैं ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव प्रचार के दौरान ही ट्रंप ने घोषणा कर दी थी कि अगर वो राष्ट्रपति बनते हैं तो उनकी बड़ी प्राथमिकताओं में एक रूस-यूक्रेन युद्ध को रुकवाना शामिल होगा. राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप लगातार इस दिशा में काम भी कर रहे हैं. व्हाइट हाउस के बयान के मुताबिक युद्ध विराम समझौते को लेकर ट्रंप काफी आशावादी है. जबकि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को रूस की नीयत पर संदेह है. यूक्रेन का कहना है कि पुतिन ट्रंप को दिखावटी समर्थन देने के अलावा और कुछ नहीं कर रहे हैं, जबकि रूसी सेना उनके देश पर बमबारी जारी रखे हुए है. इसके बावजूद ट्रंप ने संघर्ष को जल्द खत्म करने को अपनी सबसे बड़ी प्राथमिकता बना लिया है. इसके लिए ट्रंप ने अमेरिका के पुराने सहयोगियों की भी परवाह नहीं कर रहे हैं.
ट्रंप ने क्या कहा
सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि “रूस में स्थिति खराब है, यूक्रेन के भी हालात अच्छे नहीं हैं. यूक्रेन में जो कुछ हो रहा है, वह अच्छा नहीं है, लेकिन हम देखेंगे कि क्या हम शांति समझौता, युद्ध विराम और शांति स्थापित कर सकते हैं. और मुझे लगता है कि हम ऐसा करने में सक्षम होंगे.” अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि वाशिंगटन और मास्को ने संघर्ष को समाप्त करने के लिए एक समझौते के हिस्से के रूप में यूक्रेन और रूस के बीच कुछ संपत्तियों को विभाजित करने पर लगातार चर्चा कर रहा है.