रोम: हत्या के आरोपों का सामना कर रहे अपने दो मरीन के मुकदमे के संचालन में देरी से भारत से नाराज इटली ने कहा है कि वह मामले का शीघ्रता से निपटारे के लिए नयी दिल्ली पर दबाव बनाने को लेकर एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय संघ और यहां तक कि राष्ट्रमंडल का रुख करेगा.
उच्चतम न्यायालय द्वारा कल इस मामले की सुनवाई 24 फरवरी तक टाल दिए जाने के बाद इटली ने आरोप लगाया है कि भारतीय अधिकारियों पर संदिग्ध और गैरजिम्मेदाराना बर्ताव करने का आरोप लगाया है. इस मामले में इतालवी मरीन मासीमिलानो लातोर और साल्वातोर गिरोन संलिप्त हैं.इतालवी मीडिया में आज आई खबरों में कहा गया है कि मामले में लगातार देर होने से दोनों मरीन के परिवार के लोग परेशान हैं. इटली की विदेश मंत्री एम्मा बोनीनो ने कहा है कि वह इस हालत से निपटने के लिए भारत सरकार पर दबाव बनाने को लेकर नाटो से लेकर संयुक्त राष्ट्र और यूरोपीय संघ तक से अपील करेंगी.
उन्होंने स्थानीय मीडिया से कहा, ‘‘यह मामला द्विपक्षीय नहीं बल्कि अंतराष्ट्रीय महत्व का है और इस तरह से इस पर एक समन्वित प्रतिक्रिया की जरुरत है. ’’ उन्होंने कहा कि हम वहां जाकर सैन्य बल से उन्हें वापस नहीं कर सकते हैं लेकिन आनी वाली सरकार के पास कई विकल्प खुले हैं. विदेश मंत्री ने कहा कि रोम यहां तक कि राष्ट्रमंडल सदस्य देशों से इस मामले में रुचि लेने के लिए कहने पर विचार कर रहा है. राष्ट्रमंडल 50 देशों का संगठन है जिनमें से भारत सहित ज्यादातर देश ब्रिटिश उपनिवेश थे.