काहिरा : मिस्रवासी देश में ताजा हिंसा होने की आशंका से परेशान हैं जबकि अधिकारियों ने पूर्व इस्लामी राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी के खिलाफ पहले दिन की सुनवायी का स्थल बदल दिया है. आखिरी समय में सुनवायी के वास्तविक स्थान में परिवर्तन मुस्लिम ब्रदरहुड द्वारा वहां व्यापक प्रदर्शन के आह्वान के मद्देनजर किया गया.
मुर्सी के खिलाफ सुनवायी अब आज राजधानी के पूर्वी हिस्से स्थित पुलिस अकादमी में होगी. इससे अगले दौर की हिंसा हो सकती है क्योंकि उन्हें बढ़ी हुई सुरक्षा व्यवस्था का सामना करना पड़ेगा जिसका इंतजाम सुनवायी के मद्देनजर किया गया है.
मुर्सी और सहप्रतिवादी यदि दोषी पाये जाते हैं तो उन्हें आजीवन कारावास या मौत की सजा हो सकती है. गत तीन जुलाई को एक सैन्य तख्तापलट के बाद मुर्सी को एक अज्ञात स्थान पर रखा गया है और उनसे चुनिंदा लोगों को मिलने दिया जाता है और उनसे बहुत कम ही लोग फोन पर बात करते हैं.
मुस्लिम ब्रदरहुड ने मुर्सी के खिलाफ सुनवायी को उन्हें जेल में डालने और देश को भ्रष्टाचार, लूट और निरंकुशता से भरने का प्रयास बताया है. मिस्र के रेलवे ने मुर्सी के खिलाफ सुनवायी से पहले मुस्लिम ब्रदरहुड द्वारा विरोध प्रदर्शन की आशंका के मद्देनजर गत शुक्रवार को आपात स्थिति की घोषणा कर दी.
रेलवे के प्रमुख हुसैन जकारिया ने कहा कि स्टेशनों के भीतर विरोध प्रदर्शनों और हिंसा से निपटने के लिए एक विशेष कार्यबल का गठन किया गया है. ट्रेन और स्टेशनों पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है. उन्होंने बताया कि इसके बावजूद भी ट्रेन की समयसारिणी में कोई बदलाव नहीं किया गया है. गृह मंत्रालय ने कहा कि वह मुस्लिम ब्रदरहुड की गतिविधियों पर पर नजर रखे हुए है.