इस्लामाबाद: पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने आज पांच साल का सफल कार्यकाल पूरा करने के बाद पद से विदा हुए और अब उनका स्थान ममनून हुसैन लेंगे.जरदारी पाकिस्तान के इतिहास के पहले ऐसे निर्वाचित राष्ट्रपति हैं जिन्होंने पांच साल का कार्यकाल पूरा किया और अब एक दूसरे निर्वाचित राष्ट्रपति ममनून हुसैन उनका स्थान लेने जा रहे हैं.
पद से विदा होने के मौके पर आयोजित समारोह में उन्हें ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया. इस समारोह में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और सेना के तीनों अंगों के प्रमुख मौजूद थे. शरीफ ने राष्ट्रपति पद से जरदारी की विदाई के मौके पर इस सप्ताह की शुरुआत में उनके लिए दोपहर के भोज का आयोजन किया था. उस दौरान उन्होंने जरदारी की सराहना करते हुए कहा था कि निवर्तमान राष्ट्रपति ने देश में लोकतंत्र का झंडा बुलंद रखा है.
पूर्व प्रधानमंत्री मरहूम बेनजीर भुट्टो के पति जरदारी का कार्यकाल विवादों से घिरा रहा, लेकिन वह मुख्य राजनीतिक दलों के साथ तालमेल बैठाकर लोकतंत्र को पटरी पर रखने में कामयाब रहे.जरदारी को मजबूत और आक्रामक न्यायपालिका का भी सामना करना पड़ा. उन पर भ्रष्टाचार का आरोप है और इस मामले को लेकर न्यायपालिका तथा सरकार कई बार आमने-सामने नजर आए.जरदारी के खिलाफ मामले को लेकर युसूफ रजा गिलानी को प्रधानमंत्री पद गंवाना पड़ा. जरदारी के खिलाफ मामलों को खोलने के लेकर सुप्रीम के आदेश का पालन नहीं करने पर पाकिस्तान की सबसे बड़ी अदालत ने गिलानी को अयोग्य करार दिया था जिसके बाद उन्हें प्रधानमंत्री से हाथ धोना पड़ा.
विरोधियों ने जरदारी के खिलाफ अर्थव्यवस्था और सुरक्षा परिदृश्य के कमजोर होने के लिए भी जिम्मेदार ठहराया. जरदारी के समर्थकों का कहना रहा है कि उन्होंने देश में लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए कदम उठाए तथा उनके प्रयास से देश में एक असैन्य सरकार से सत्ता हस्तांतरण दूसरी असैन्य सरकार के पास हुआ. बीती रात राष्ट्रपति आवास पर आयोजित रात्रिभोज के मौके पर जरदारी ने कहा कि वह पूरी गरिमा और सम्मान के अपना कार्यकाल पूरा करके बहुत खुश हैं.