वाशिंगटन: राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अमेरिकी ड्रोन कार्यक्रम के लिए नियमों को सख्त कर दिया है लेकिन संदिग्ध आतंकवादियों को निशाना बनाने के लिए गुपचुप तरीके से सीआईए को पाकिस्तान में किसी और देश की तुलना में कहीं अधिक छूट दे दी है.
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पाक ड्रोन हमलों को लेकर ओबामा को खुली छूट
वाशिंगटन: राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अमेरिकी ड्रोन कार्यक्रम के लिए नियमों को सख्त कर दिया है लेकिन संदिग्ध आतंकवादियों को निशाना बनाने के लिए गुपचुप तरीके से सीआईए को पाकिस्तान में किसी और देश की तुलना में कहीं अधिक छूट दे दी है. वाल स्टरीट जर्नल की खबर में कहा गया है कि ओबामा ने […]
वाल स्टरीट जर्नल की खबर में कहा गया है कि ओबामा ने 2013 में अमेरिकी ड्रोन कार्यक्रम के लिए नियमों को सख्त किया ताकि नागरिकों के हताहत होने की संख्या कम की जा सके लेकिन गुपचुप तरीके से सेंट्रल इंटेलीजेंस एजेंसी (सीआईए) को ड्रोन हमले करने से पहले पाकिस्तान में दूतावासों में पर्याप्त खुफिया जानकारी जुटाने से छूट दे दी.
ओबामा ने अपने निर्देश में कहा कि प्रस्तावित निशाने अमेरिका के लिए एक आसन्न खतरा पैदा करेंगे लेकिन पाकिस्तान में सीआईए को दी गई छूट दी गई है. पिछले हफ्ते अमेरिकी अधिकारियों ने कहा था कि दो पश्चिमी बंधकों, अमेरिकी और इतालवी सहायताकर्मियों..वारेन वेंसटेन और यिवान्नी लो पोटरे 15 जनवरी को पाकिस्तान में अलकायदा आतंकवादियों के एक ठिकाने को निशाना बना कर किए गए अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए थे.
रिपोर्ट में कहा गया है कि यदि पाकिस्तान के लिए छूट नहीं दी जाती तो सीआईए को उस हमले से पहले और अधिक खुफिया जानकारी जुटाने की जरुरत होती. गौरतलब है कि पिछले हफ्ते ओबामा ने इन मौतों को लेकर माफी मांगी थी और इस गलती के लिए अपनी जिम्मेदारी होने की बात कही थी.इस छूट ने सीआईए को पाकिस्तान में किसी और देश की तुलना में कहीं अधिक छूट दी है. यमन में सीआईए और अमेरिकी सेना ड्रोन हमले किया करती है. वहीं सोमालिया में अमेरिकी सेना अपना ड्रोन हमला कर रही है.
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