लाहौर: पाकिस्तान के विपक्षी नेता इमरान खान ने आज कहा कि वह करीब आठ महीनों के ‘‘बायकाट’’ के बाद संसद लौटेंगे क्योंकि सरकार ने 2013 के आम चुनावों में कथित गडबडी की जांच के लिए न्यायिक आयोग के गठन की उनकी मांग स्वीकार कर ली है.
इमरान ने पार्टी की केंद्रीय कार्यकारिणी समिति की बैठक के बाद कहा, ‘‘सरकार ने 2013 के चुनावों की जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन कर दिया है, इसलिए पाकिस्तान तहरीक..ए..इंसाफ (पीटीआई) ने संसद लौटने का फैसला किया है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ हमने कल संसद के संयुक्त सत्र में शामिल होने का फैसला किया है. यमन मुद्दा काफी अहम है और मैं खुद भी भाग लूंगा और अपनी पार्टी का नजरिया सामने रखूंगा.’’
राष्ट्रीय असेंबली और प्रांतीय असेंबलियों में उनकी पार्टी के निर्वाचित सदस्यों ने पिछले साल अगस्त में एक महीने के आंदोलन के दौरान इस्तीफे दे दिए थे. उनका आरोप था कि 2013 के आम चुनाव में गडबडी हुयी थी. बहरहाल, उनके इस्तीफे अब तक स्वीकार नहीं किए गए हैं. पीटीआई की मांग थी कि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ इस्तीफा दें और चुनाव की जांच की जाए.
खान ने कहा कि पाकिस्तान को खुद यमन..सउदी संघर्ष में नहीं शामिल होना चाहिए क्योंकि उसे पहले ही अफगान.रुस और अमेरिका अफगान संघर्ष में काफी नुकसान ङोलना पडा है. संसद का कल संयुक्त सत्र होगा और इसमें यमन तथा सरकार की नीति पर चर्चा की जाएगी.
