वाशिंगटन : केन्या में इस्लामिक आतंकवादियों द्वारा 148 छात्रों के मारे जाने की घटना के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने केन्याई नेता से बात की और वहां की सरकार तथा लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने का संकल्प व्यक्त किया.ओबामा ने कल कहा, गारिसा यूनिवर्सिटी कॉलेज में हुई आतंकी बर्बरता की निंदा करने के लिए शब्द काफी नहीं हैं जहां निर्दोष स्त्री-पुरुषों का बेरहमी से कत्ल किया गया. सोमालिया के शेबाब इस्लामी आतंकवादियों ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है. यह हमला 1998 में नैरोबी में अमेरिकी दूतावास पर हुए बम हमले के बाद से केन्या में हुआ सबसे भीषण आतंकी हमला है.
ओबामा जुलाई में केन्या की अपनी बहुप्रतीक्षित यात्रा करेंगे और अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार अपने पिता की गृहभूमि जायेंगे.व्हाइट हाउस के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, केन्या का भविष्य हिंसा और आतंकवाद से निर्धारित नहीं होगा, यह गारिसा यूनिवर्सिटी कॉलेज में पढ़ने वाले युवाओं जैसी पीढ़ी से निर्मित होगा. उन्होंने कहा, यह एक संदेश है जो मैं जुलाई में केन्या यात्रा के दौरान पहुचाऊं गा. ओबामा ने अपनी और अमेरिका की प्रथम महिला मिशेल ओबामा की ओर से संवेदना प्रकट करने के लिए भी केन्याई नेता उहुरु केन्याता से बात की.
ओबामा के सत्ता में रहते अधिकांश समय केन्या के राष्ट्रपति केन्याता हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत की जांच के दायरे में रहे हैं.केन्याता पर वर्ष 2007-08 में चुनावों के बाद हुई हिंसा में कथित संलिप्तता के लिए पांच आरोप लगाए गए हैं. इस हिंसा में करीब 1,200 लोग मारे गए थे.ओबामा ने कहा, वह जुलाई में नैरोबी में फिर से राष्ट्रपति केन्याता से मुलाकात को लेकर आशान्वित हैं.