रोम: भारतीय मछुआरों की हत्या मामले में इटली के विशेष दूत ने कहा है कि उनका देश दो भारतीय मछुआरों की हत्या के लिए भारत में गत डेढ़ वर्ष से सुनवायी का सामना करने वाले अपने दो नौसैनिकों की क्रिसमस तक स्वदेश वापस के लिए सब कुछ करेगा.राजधानी दिल्ली में भारतीय अधिकारियों के साथ मुलाकात […]
रोम: भारतीय मछुआरों की हत्या मामले में इटली के विशेष दूत ने कहा है कि उनका देश दो भारतीय मछुआरों की हत्या के लिए भारत में गत डेढ़ वर्ष से सुनवायी का सामना करने वाले अपने दो नौसैनिकों की क्रिसमस तक स्वदेश वापस के लिए सब कुछ करेगा.राजधानी दिल्ली में भारतीय अधिकारियों के साथ मुलाकात के बाद लौटे स्ताफन डी मिस्तुरा ने कहा कि सुनवायी सितम्बर के शुरु में हो सकती है और यदि यह ‘‘अपेक्षाकृत जल्दी’’ समाप्त हो जाती है तो नौसैनिक क्रिसमस के लिए घर आ सकते हैं.
संवाद समिति अंसा ने मिस्तुरा के हवाले से कहा, ‘‘मैं यह संभव बनाने के लिए कुछ भी करुंगा.’’ मिस्तुरा ने राजधानी दिल्ली में भारतीय अधिकारियों से यह भी कहा कि दोनों भारतीय मछुआरों को गोली लगने के गवाह अन्य इतालवी नाविक जांचकर्ताओं द्वारा पूछताछ के लिए उपलब्ध नहीं होंगे.
दोनों इतालवी नाविकों साल्वातोर गिरोनी और मैसीमिलियानो लातोर गत वर्ष 19 फरवरी को गिरफ्तार कर लिया गया था. दोनों ने 15 फरवरी को केरल तट के पास समुद्र में दो मछुआरों को जलदस्यु समझकर गोली मार दी थी. दोनों पर हत्या के आरोप हैं.
इटली ने दावा किया कि चूंकि घटना अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में हुई है इसलिए मुकदमा चलाना भारतीय अदालतों के न्यायक्षेत्र में है.यद्यपि उच्चतम न्यायालय ने व्यवस्था दी कि घटना केरल तट से करीब 20.5 समुद्री मील की दूरी पर घटी इसलिए यह केरल राज्य के समुद्री क्षेत्र नहीं लेकिन निकटस्थ क्षेत्र में हुई.इटली ने इससे पहले अपने नौसैनिकों को सुनवायी का सामना करने के लिए नहीं भेजने का फैसला किया जिससे कूटनीतिक गतिरोध उत्पन्न हो गया और उच्चतम न्यायालय ने देश के राजदूत के देश छोड़कर जाने पर रोक लगा दी.