पीट्सबर्ग : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका द्वारा ‘पेरिस समझौता’ तोड़ने के बाद पहली बार प्रतिक्रिया जतायी है. उन्होंने संकेतों मे अमेरिका को जवाब देते हुए कहा कि भारत जलवायु परिवर्तन को लेकर पहले से ही सजग हैं. मैं इस मुद्दे पर किसी का पक्ष नहीं बल्कि आने वाली पीढ़ीयों का पक्ष लूंगा.चीन के साथ […]
पीट्सबर्ग : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका द्वारा ‘पेरिस समझौता’ तोड़ने के बाद पहली बार प्रतिक्रिया जतायी है. उन्होंने संकेतों मे अमेरिका को जवाब देते हुए कहा कि भारत जलवायु परिवर्तन को लेकर पहले से ही सजग हैं. मैं इस मुद्दे पर किसी का पक्ष नहीं बल्कि आने वाली पीढ़ीयों का पक्ष लूंगा.चीन के साथ अपने संबंधों के बारे में बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा किपिछले चालीस सालों से हमारे और चीन के बीच सीमा में एक भी गोली नहीं चली है और हमारे संबंध स्थिर रहे हैं. गौरतलब है कि ट्रंप ने पेरिस में हुए जलवायु समझौते को तोड़ते हुए कहा था कि इस समझौते से अमेरिका को कोई लाभ नहीं होने वाला है. इसका फायदा भारत और चीन को होगा. प्रधानमंत्री का पीट्स बर्ग में दिया बयान ट्रंप के समझौते तोड़ने वाले फैसले के जवाब के रूप में देखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि आज कि दुनिया पिछले 20 साल पहले वाली दुनिया की तुलना में बिलकुल अलग है. आज हर देश एक दूसरे से जुड़े हुए है और एक दूसरे पर आश्रित भी है.
ट्रंप के फैसले से बढ़ सकते हैं भारत-अमेरिका संबंधों में तनाव
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने भारत में हो रहे आर्थिक सुधारों का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि अबतक हमने 1200 से ज्यादा कानून खत्म कर दिया है. ऐसे कानूनों की हमें जरूरत नहीं है. हम आर्थिक विकास का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं. उन्होंने भारत में हो रहे डिजिटल क्रांति का भी जिक्र किया. पीएम ने कहा कि आने वाला युग तकनीक का होगा. हम डिजिटल इंडिया का आंदोलन लेकर चल रहे हैं.तकनीक का इस्तेमाल करते हुए हमने बायॉमीट्रिक आइडेंटिटी पर काम किया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि लंबे समय से करों में सुधार लाने की प्रक्रिया चल रही थी. हमने जीएसटी को कानूनी मान्यता दी और 1 जुलाई से यह लागू हो जाएगा.विश्व की सभी क्रेडिट रेटिंग एजेंसियां एक स्वर में कह चुकी हैं कि भारत तेज गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है.
हम एक ऐसा इकोसिस्टम बना रहे हैं, जहां युवा नौकरी देने वाला बने
प्रधानमंत्री ने देश में नीतिगत परिवर्तनों की बात करते हुए कहा कि हम एक ऐसा इकोसिस्टम बना रहे हैं, जहां युवा जॉब क्रियेटर बने, जॉब सीकर नहीं. नया भारत मतलब अपग्रेडड इंफ्रास्ट्रक्चर. पीएम मोदी ने कहा कि भारत में तेजी से शहरीकरण हो रहा है, ऐसे में इसके अधारभूत संरचना और कचड़ा प्रबंध करने वाली व्यवस्था की जरूरत है. भारत इन दिनों दुनियाभर का सबसे पसंदीदा एफडीआई गंतव्य बना है. दुनिया के कई देशों में जितनी आबादी नहीं है, उससे ज्यादा लोग हमारे यहां ट्रेनों से सफर करते हैं. रूस के साथ भारत के साथ संबंधों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा मैं आज विश्वास से कह सकता हूं कि पिछले 70 साल के भारत -रूस संबंध, उपयोगितावाद पर कम और विश्वास पर ज्यादा कर रहे हैं.