वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ओबामा प्रशासन के जलवायु परिवर्तन समझौते को उलटने के लिए कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर कर दिये हैं. उन्होंने अपने चुनाव प्रचार अभियान के वादे को पूरा करते हुए यह कदम उठाया. विपक्ष और पर्यावरण समूहों ने ट्रंप के इस कदम की आलोचना करते हुये इसे ‘‘गैर जिम्मेदाराना” और ‘‘द्वेषपूर्ण हमला” बताया है.
ट्रंप ने ‘इन्वायरन्मेन्टल प्रोटेक्शन एजेंसी’ (ईपीए) के मुख्यालय में कल इस कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करने के बाद कहा, ‘‘आज के शासकीय कदम के साथ मैं अमेरिकी उर्जा पर प्रतिबंधों को हटाने, सरकारी दखल को समाप्त करने और नौकरियां खत्म करने वाली नीतियों को रद्द करने के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठा रहा हूं.”
ट्रंप ने कहा, ‘‘आज का मेरा कदम अमेरिकी नौकरियों का निर्माण करने और अमेरिकी संपत्ति को बढाने के लिए हाल ही में उठाये गये कई कदमों में से एक है. हम अमेरिका की समृद्धि की चोरी को खत्म कर रहे हैं और अपने प्रिय देश का फिर से निर्माण कर रहे हैं.” व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव सीन स्पाइसर ने कहा कि ट्रंप पूरी तरह से विश्वास करते हैं कि पर्यावरण की सुरक्षा और ‘‘हमारी अर्थव्यवस्था के विकास का आपस में पारस्परिक संबंध नहीं है.” उन्होंने कहा, ‘‘यह कार्यकारी आदेश यह सुनिश्चित करने में मदद करेगा कि आर्थिक विकास और रोजगार सृजन का त्याग किये बिना हमारे पास स्वच्छ हवा और स्वच्छ जल उपलब्ध रहे.”
कांग्रेस के भारतीय अमेरिकी सदस्य अमी बेरा और डेमोक्रेटिक नेता नैंसी पेलोसी समेत विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी और पर्यावरणीय समूहों ने ट्रंप के इस कदम की निंदा की है.