वाशिंगटन : शीर्ष अमेरिकी थिंकटैंक ने आज सिफारिश की कि ट्रंप प्रशासन को आतंकवाद को बढ़ावा देने को लेकर ‘‘पाकिस्तान पर जुर्माना’ लगाना चाहिए.उसने कहा कि अमेरिका को क्षेत्र में अपने आतंकवाद रोधी सिद्धांतों का अब बलिदान नहीं देना चाहिए.करीब 10 शीर्ष अमेरिकी थिंकटैंकों में से चर्चित दक्षिण एशिया विशेषज्ञों ने यह रिपोर्ट तैयार की […]
वाशिंगटन : शीर्ष अमेरिकी थिंकटैंक ने आज सिफारिश की कि ट्रंप प्रशासन को आतंकवाद को बढ़ावा देने को लेकर ‘‘पाकिस्तान पर जुर्माना’ लगाना चाहिए.उसने कहा कि अमेरिका को क्षेत्र में अपने आतंकवाद रोधी सिद्धांतों का अब बलिदान नहीं देना चाहिए.करीब 10 शीर्ष अमेरिकी थिंकटैंकों में से चर्चित दक्षिण एशिया विशेषज्ञों ने यह रिपोर्ट तैयार की है.
शुक्रवार को औपचारिक रुप से जारी हो रही रिपोर्ट में कहा गया कि पाकिस्तान के प्रति ट्रंप प्रशासन की नीति का उद्देश्य पास्तिानी नेताओं के लिए क्षेत्रीय रणनीतिक लक्ष्यों को हासिल करने के लिए आतंकवादियों को समर्थन देने की रणनीति अपनाना बहुत महंगा बनाना होना चाहिए.
भारत, पाक के साथ संतुलित नीति अपना सकते हैं ट्रंप : चीनी अखबार
चीन के एक सरकारी अखबार ने आज कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के विपरीत भारत और पाकिस्तान के साथ संतुलित रणनीति अपना सकते हैं जिन्होंने अपने कार्यकाल के अंतिम वर्षों में ‘‘भारत समर्थक’ नीति अपनाई.‘ग्लोबल टाइम्स’ की वेबसाइट पर एक लेख में कहा गया, ‘‘ट्रंप की दक्षिण एशिया नीति ओबामा की नीति से अलग हो सकती है जिन्होंने (ओबामा) कार्यकाल के अंतिम वर्षों में विस्तृत रुप से भारत समर्थक नीति अपनाई थी.’ इसमें कहा गया कि ट्रंप ने चुनाव जीतने के बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री को पहले फोन किया जो एक महत्वपूर्ण संकेत हो सकता है. वह नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच ज्यादा संतुलित रणनीति अपना सकते हैं. अगर ऐसा हुआ तो भारत पाकिस्तान संबंधों मंे थोडा सुधार देखने को मिलना संभव है