इस्लामाबाद : पाक अधिकृत कश्मीर और उत्तरी इलाकों में मामलों से निपटने में माहिर माने जाने वाले लेफ्टिनेंट जनरल कमर जावेद बाजवा को आज पाकिस्तान का नया सेना प्रमुख नियुक्त किया गया. वह जनरल राहील शरीफ की जगह लेंगे. अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने बाजवा को फोर-स्टार जनरल के रैंक पर पदोन्नति देकर चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (सीओएएस) नियुक्त किया.
जनरल राहील मंगलवार को औपचारिक रुप से सेवानिवृत्त होंगे जिसके बाद बाजवा एक औपचारिक कार्यक्रम में पाकिस्तानी सेना का नेतृत्व संभालेंगे. पाकिस्तानी सेना सैनिकों की संख्या के लिहाज से दुनिया की छठी सबसे बड़ी सेना है.
राहील ने जनवरी में घोषणा की थी कि वह विस्तार की मांग नहीं करेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘मैं निर्धारित तारीख को सेवानिवृत्त हो जाउंगा.’ ऐसी अटकलें थीं कि पीएमएल-एन सरकार आखिरी क्षण में यह कहकर उन्हें विस्तार दे देगी कि आतंकवाद से मुकाबले में नेतृत्व के लिए देश को उनकी जरुरत है. पाकिस्तान में सेना प्रमुख का पद सबसे ताकतवर है.
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने बाजवा को सेना प्रमुख तथा जुबैर हयात को ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ कमिटी (सीजेसीएससी) के चेयरमन पद पर नियुक्त किए जाने की पुष्टि की. उन्होंने कहा, ‘‘इन फैसलों और नई नियुक्तियों में अल्लाह हमारी मदद करें.’ अधिकारियों के अनुसार बाजवा प्रशिक्षण एवं मूल्यांकन महानिरीक्षक थे और उन्हें पदोन्नत कर फोर-स्टार जनरल बनाया गया तथा सेना प्रमुख नियुक्त किया गया. उन्होंने प्रसिद्ध 10 कोर का भी नेतृत्व किया है जो नियंत्रण रेखा के क्षेत्रों का जिम्मा संभालती है.
मेजर जनरल के तौर पर बाजवा ने सेना की उत्तरी कमान का नेतृत्व किया. 10 कोर में लेफ्टिनेंट कर्नल के तौर पर भी सेवा दी. वह कांगो में पूर्व भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह के साथ संयुक्त राष्ट्र के मिशन में ब्रिगेड कमांडर भी रहे. सिंह ने वहां एक डिवीजन कमांडर के तौर पर सेवा दी थी.
इससे पहले बाजवा क्वेटा के इंफेंटरी स्कूल में कमांडेंट भी थे. नये सेना प्रमुख के पास पीओके एवं उत्तरी क्षेत्रों में व्यापक भागदारी के कारण नियंत्रण रेखा से जुड़े मामलों का व्यापक अनुभव है.
उनके पुराने सैन्य सहयोगियों का कहना है कि वह चर्चाओं में रहना पसंद नहीं करते और अपने सैनिकों के साथ काफी अच्छे से जुड़े हुए हैं. प्रधानमंत्री ने चीफ ऑफ जनरल स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल जुबैर हयात को फोर-स्टार जनरल के रुप में पदोन्नति देकर सीजेसीएससी नियुक्त किया. वह सबसे वरिष्ठ सेवारत सैन्य अधिकारी हैं.