पेशावर : पाकिस्तान में लोकप्रिय सिख नेता की पिछले सप्ताह हुई हत्या के पीछे उनके हिंदू प्रतिद्वंद्वी का हाथ है. चुनाव के लिए टिकट नही मिलने पर उसने सुपारी देकर सिख नेता की हत्या करवा दी. यह जानकारी आज पुलिस ने दी. गौरहो कि सिख नेता की हत्या के बाद इसकी जिम्मेदारी पाकिस्तान तालिबान ने ली थी.
इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के स्वात जिले के पार्षद और अल्पसंख्यक नेता बलदेव कुमार को उनकी ही पार्टी के एक अन्य नेता डॉक्टर सरदार सूरन सिंह की हत्या के मामले में कथित संलिप्तता के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. 52 वर्षीय सरदार सिंह अल्पसंख्यक मामलों पर खैबर पख्तूख्वा प्रांत के मुख्यमंत्री के विशेष सहायक थे.
मलकंद डिवीजन के पुलिस उपमहानिरीक्षक आजाद खान ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि कुमार नेदस लाख रुपये देकर सिंह की हत्या करने की सुपारी दी. बलदेव कुमार चुनाव के लिए टिकट उनके स्थान पर सिंह को दिये जाने के नाराज थे. सूरन सिंह पार्टी में बलदेव कुमार के मुकाबले नये हैं.
पुलिस अधिकारी ने कहा, बलदेव कुमार ने अपने मित्र और शंगला के पूर्व नाजिम मोहम्मद आलम की मदद से सिंह की हत्या की योजना बनायी. आलम ने हत्या की सुपारी सईद जान को दी और उसे इस काम के लिएदस लाख रुपये देने का वादा किया. जान को दो लाख रुपये अग्रिम राशि भी दी गयी. उन्होंने बताया, सईद जान ने यह काम मुख्तार और बेहरोज खान को सौंपा तथा दोनों को उन्हें निशाना बनाने के लिए बर्नर के पीर बाबा भेजा.
मुख्तार और बेहरोज खान ने पिछले शुक्रवार को बर्नर के पीर बाबा इलाके में सीढ़ियों पर सूरन सिंह की हत्या कर दी. सिंह किसी की अंत्येष्टि से लौट रहे थे. उन्होंने कहा कि हत्या के तुरंत बाद पुलिस को सूचना मिली और उसने हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ के दौरानआरोपी ने पैसे के लिये सिंह की हत्या करने और काम की सुपारी सईद जान से मिलने की बात कही.
पुलिस उपमहानिरीक्षक ने बताया कि आरोपी से मिली सूचना के आधार पर सईद जान को गिरफ्तार किया गया. जान ने पूछताछ के दौरान बताया कि उसने मोहम्मद आलम और बलदेव कुमार के कहने पर हत्या की योजना बनायी थी.
उन्होंने बताया प्रांत में 2013 में हुए चुनाव के दौरान अल्पसंख्यकों के लिए सुरक्षित सीट से टिकट सिंह को दिये जाने को लेकर कुमार नाराज थे. 2011 में पार्टी में शामिल हुए सिंह को चुनाव के लिए टिकट दिया गया और आंतरिक चुनाव के बाद उन्हें अल्पसंख्यक शाखा का महासचिव भी चुन लिया गया था. उन्होंने बताया कि कुमार और सिंह व्यापार साझेदार थे.
पुलिस उपमहानिरीक्षक ने आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के दावे को भी खारिज किया है कि सिख नेता की हत्या उस संगठन ने की है. उन्होंने बताया कि सिंह की हत्या में शामिल सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. सिंह की बेटी की शिकायत पर मामला भी दर्ज कर लिया गया है.