इस्लामाबाद : पाकिस्तान ने आज कहा कि वह आठ एफ 16 लडाकू जेट पाक को बेचने के अमेरिका के फैसले पर भारत की प्रतिक्रिया से ‘हैरान और निराश’ है. पाकिस्तान ने तर्क दिया है कि भारत रक्षा उपकरणों का ‘‘सबसे बड़ा निर्यातक’ है और उसका जखीरा ‘‘बहुत अधिक बड़ा ‘ है.
पाकिस्तान ने ओबामा प्रशासन के इस सौदे को सही ठहराने की बात को दोहराया जिसमें कहा गया है कि इस खरीद से देश की आतंकवाद से लड़ने की क्षमता बढेगी. विदेश विभाग ने मीडिया के सवालों के जवाब में एक बयान में कहा, ‘‘ हम भारत सरकार की प्रतिक्रिया से हैरान और निराश हैं.
उनकी (भारत) सेना और हथियारों का जखीरा कहीं अधिक बड़ा है और वे रक्षा उपकरणों के सबसे बड़े निर्यातक हैं. ‘ बयान कहता है, ‘‘ जहां तक एफ 16 की बिक्री का मामला है , पाकिस्तान और अमेरिका करीबी सहयोग से आतंकवाद का मुकाबला कर रहे हैं. अमेरिकी प्रवक्ता ने स्पष्ट रुप से ऐलान किया है कि यह बिक्री सटीक मारक क्षमता को बढ़ाने के लिए है.’ पाकिस्तान की यह प्रतिक्रिया भारत द्वारा अमेरिकी राजदूत रिचर्ड वर्मा को ओबामा प्रशासन के इस फैसले पर अपनी ‘‘नाखुशी और निराशा ‘ से अवगत करने के लिए तलब किए जाने के एक दिन बाद आयी है. ओबामा प्रशासन ने पाकिस्तान को 70 करोड़ डालर मूल्य के आठ परमाणु क्षमता संपन्न एफ 16 लडाकू विमान बेचने का फैसला किया है.
विदेश सचिव एस जयशंकर ने वर्मा को साउथ ब्लाक में तलब किया था और 45 मिनट की मुलाकात में पाकिस्तान को अमेरिकी सैन्य सहायता पर भारत की चिंताओं की जानकारी दी थी जिसके बारे में भारत का कहना है कि यह सैन्य मदद भारत विरोधी गतिविधियों में इस्तेमाल होती है. सूत्रों के अनुसार, ऐसी सैन्य मदद से पाकिस्तान मजबूत होगा.