बीजिंग : चीन के एक लेखक ने रबींद्रनाथ टैगोर की रचनाओं का अश्लील लैंगिक निहितार्थ के साथ अनुवाद किया है जिसकी टैगोर के प्रशंसकों ने कड़ी निंदा की है. प्रशंसकों ने इसे लोकप्रियता हासिल करने का हताशा भरा प्रयास करार दिया. स्तंभकार रेमंड झोउ ने सरकारी ‘चाइना डेली’ में टैगोर की कविताओं का अनुवाद करके इसे प्रकाशित करने वाले लेखक फेंग टांग की आलोचना करते हुए कहा कि अद्वितीय व्यक्तित्व के साथ रचनात्मक कार्य प्रकाशित करने और ध्यान खीचने के लिए चीखने के बीच अंतर होता है.
झोउ ने ‘लस्ट इन ट्रांसलेशन’ शीर्षक से अपने स्तंभ में लिखा कि फेंग ने टैगोर की शांतचित्त वाली पंक्तियों को अश्लील निहितार्थ वाली भाषा में अनुवाद करके हद पार कर दी है. उन्होंने कहा कि रबीन्द्रनाथ टैगोर एशिया के प्रमुख दिग्गज साहित्यकारों में शामिल हैं, जिनकी पहचान विश्वभर में है और चीन में उन्हें बहुत पसंद किया जाता है. उनकी कविताओं के चीन में कई संस्करण हैं, इसलिए कोई आश्चर्य नहीं कि एक और नजर आएगा. झोउ ने कहा कि टैगोर का कविता संग्रह ‘स्ट्रे बर्ड्स’ का अनुवाद ‘प्रशंसा के बजाय मजाक’ बन गया है.