देश-दुनिया के ग्रामीण इलाकों में अब भी रात के समय रोशनी के लिए बिजली की मुकम्मल व्यवस्था नहीं हुई है. भारत एवं अन्य देशों के गांवों में लोग मिट्टी के तेल जैसे इंधनों से रोशनी का इंतजाम करते हों, लेकिन पेरू में इंजीनियरों में ऐसी तकनीक विकसित की है, जो पौधे से बिजली बनाती है.
‘साइंस एलर्ट’ के मुताबिक, पेरू यूनिवर्सिटी के टेक्नोलॉजी एंड इंजीनियरिंग विभाग के इंजीनियर एलमर रामीरेज ने इस तकनीक को विकसित किया है. इसके लिए उन्होंने लकड़ी के एक बड़े गमले में मिट्टी रखी और उसमें पौधा लगाया. गमले में एनर्जी जेनरेशन सिस्टम लगाते हुए मिट्टी की मदद से इलेक्ट्रॉड्स बनाने में कामयाबी मिली. इससे पौधों के न्यूट्रिएंट्स को इलेक्ट्रिक एनर्जी में बदला गया.
इस तरीके से इतनी बिजली हासिल हो पाती है, जिससे घरों में रोजाना रात को करीब दो घंटे एलइडी बल्बों से रोशनी मिल जाती है. फिलहाल एक सरकारी एजेंसी की मदद से इसे कुछ ही गांवों में लगाया गया है और इसका व्यापक परीक्षण किया जा रहा है. इसे ‘प्लांट लैंप्स’ नाम दिया गया है, जो गमले में मौजूद पौधे और मिट्टी से हासिल पोषक तत्वों से बिजली बनाती है.