वाशिंगटन : अमेरिका के ओरेगन राज्य में 20 वर्षीय एक बंदूकधारी ने एक सामुदायिक कॉलेज पर गोलीबारी कर कम से कम 13 लोगों को मार डाला और 20 अन्य को घायल कर दिया. बाद में पुलिस ने हमलावर को मार गिराया. घटना कल रोसेबर्ग स्थित उम्पका कम्युनिटी कॉलेज परिसर में हुई जहां करीब तीन हजार छात्र पढते हैं. घटनास्थल ओरेगन की राजधानी पोर्टलैंड से करीब 180 मील दक्षिण में है. बाद में पुलिस के साथ गोलीबारी में हमलावर मारा गया. मामले की जांच कर रहे स्थानीय अधिकारियों ने घटना पर तत्काल कुछ नहीं कहा है.
डगलस काउंटी के शेरिफ जॉन हैनलिन ने कहा, ‘यह एक भयावह दिन है. निश्चित तौर पर यह हमारे समुदाय के लिए एक बडा दुख है.’ उन्होंने बताया कि घटना में 10 लोग मारे गये हैं. शेरिफ के अनुसार गोलीबारी में मारे जाने वाले लोगों की संख्या 10 है, वहीं इससे पहले अधिकारियों ने मारे जाने वालों की संख्या 13 बतायी थी. अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि इसके लिए ‘हमारी प्रार्थनाएं और संवदेनाएं पर्याप्त नहीं हैं.’ वह कडे बंदूक नियंत्रण कानूनों की वकालत करते रहे हैं.
घटना को लेकर गुस्से में दिख रहे ओबामा ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा कि यह कहना उचित होगा कि जो लोग इस तरह का काम करते हैं ‘उनके दिमाग में कोई न कोई बीमारी है चाहे वे कुछ भी सोचकर ऐसी घटनाओं को अंजाम क्यों न देते हों.’ उन्होंने कहा, ‘धरती पर केवल हम ही ऐसा देश नहीं हैं जहां मानसिक बीमारी से ग्रसित लोग हैं या जहां लोग दूसरों को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं. लेकिन हम धरती पर एकमात्र ऐसा देश हैं जहां कुछ ही महीनों के अंतराल पर ऐसी घटनाएं होती रहती हैं और इन मामलों में देश आगे रहता है.’
हथियार समर्थक लॉबी से कडा मुकाबला कर रहे ओबामा ने कहा कि अमेरिका में लगभग हर पुरुष, महिला और बच्चे के लिए बंदूक मौजूद है. उन्होंने कहा, ‘इसलिए आप सीधे-सीधे यह कैसे कह सकते हैं कि अधिक बंदूकें हमें सुरक्षित बनाएंगी? हम जानते हैं कि जिन देशों में हथियारों से संबंधित कडे कानून हैं वहां इस तरह की घटनाएं कम देखने को मिलती हैं.’ ओबामा के सुर में सुर मिलाते हुए राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए डेमोक्रेटिक दावेदार हिलेरी क्लिंटन ने कहा कि लोगों की जीवन रक्षा के लिए देश को संवेदनशील हथियार नियंत्रण कदमों की आवश्यकता है.

