लाहौर : पाकिस्तानी प्रशासन भारत से आए चार सदस्यीय एक सिख परिवार के रहस्यमढंग से लापता हो जाने के मामले में अबतक कोई प्रगति हासिल करने में विफल रहा है. यह परिवार बैसाखी मनाने पाकिस्तान आया था. यह अपने तरह की पहली घटना है जो तब सामने आयी जब 1717 भारतीयों समेत करीब 2000 सिख इस माह के शुरु में बैसाखी मनाने दस दिन की यात्रा पर पाकिस्तान आए थे.
प्रशासन ने लापता परिवार के लिए सघन तलाशी अभियान चला रखा है. लापता लोगों की पहचान सुनील सिंह (38), उसकी पत्नी सुनीता (27), बेटी हुमा कौर (9) और बेटे उमर सिंह (10) के रूप में हुई है. ये लोग ग्यारह अप्रैल को फरीदकोट के संधवाला गांव से यहां आए थे. जब वे भारत वापस जाने के लिए वाघा सीमा पर नहीं पहुंचे तब उनकी गुमशुदगी की बात सामने आयी.
उनका वीजा 20 अप्रैल तक के लिए था. इवैक्यू ट्रस्ट प्रोपर्टी बोर्ड (इटीपीबी) के उपनिदेशक फ्रास अब्बास ने आज कहा, ‘भारतीय सिख परिवार ननकाना साहिब में 17 अप्रैल को गायब हो गया क्योंकि वह परिवार अंतिम बार वहीं देखा गया था.’ उन्होंने कहा, ‘इटीबीपी अध्यक्ष साद्दिकुल फारुक रोजाना आधार पर प्रयासों पर नजर रख रहे हैं. यह पहली ऐसी घटना है कि यात्रा पर आया सिख परिवार लापता हो गया.’
उन्होंने कहा कि सुरक्षा एजेंसियां हर पहलू से इस मामले की जांच कर रही हैं और आशा है कि वे उनका शीघ्र पता लगा लेंगी. जब उनसे अपहरण की संभावना के बारे में पूछा गया तो तो उन्होंने कहा कि हम इस पहलू पर भी विचार कर रहे हैं.