कॉपर टी एक कारगर गर्भ निरोधक है. यह युटेरस में शुक्राणु और अंडाणु को मिलने नहीं देता है और इस कारण गर्भ नहीं ठहरता. यह बच्चों में सही अंतर रखने का सटीक उपाय है, जिसे सुविधानुसार हटाया भी जा सकता है. इसे ट्रेंड मेडिकल पर्सन द्वारा ही लगाया जाना चाहिए.
कॉपर टी एक छोटे लचीले प्लास्टिक फ्रेम से बना होता है, जिसे एक-दो प्लास्टिक के धागे निकले होते हैं. प्लास्टिक के फ्रेम की सतह पर कॉपर की तार या पत्ती लगी होती है. अलग-अलग तरह के कॉपर टी भिन्न-भिन्न समय के लिए कारगर होते हैं (3, 5 या 10 साल). कॉपर टी 380 ए सरकारी अस्पतालों में नि:शुल्क उपलब्ध है. ये 10 सालों के लिए कारगर हैं.
जैसे ही कॉपर टी की अवधि पूरी हो जाये या फिर महिला गर्भ धारण करने की इच्छुक हो, तो इसे निकाला जा सकता
है. जिसके लिए बहुत सामान्य प्रक्रिया है. इसे हटाने के तुरंत बाद गर्भ ठहर सकता है.
लगाने के बाद रखें ध्यान
कुछ दिनों तक पेट में हल्का दर्द या ब्लीडिंग होना सामान्य है. यह किसी बीमारी का लक्षण नहीं है. कुछ दिनों में यह ठीक हो जाता है. अगर समस्या अधिक हो, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें. महिलाएं कॉपर टी का धागा अपने गुप्तांग में महसूस कर सकती है. इसे हर पिरियड के बाद चेक करना चाहिए, ताकि पता चल सके कि कॉपर टी अपनी सही जगह पर है. धागा न मिलने की अवस्था में डॉक्टर से मिलें.
नये कॉपर टी जैसे गर्भ निरोधक
इसमें कॉपर की जगह प्रोजेस्ट्रॉन हॉर्मोन प्लास्टिक का इस्तेमाल होता है. या अन्य चीजों का इस्तेमाल यह थोड़ा युटेरस में रिसता है. यह पांच साल तक कारगर है. इसमें ज्यादा ब्लीडिंग की समस्या नहीं होती. साइड इफेक्ट में मुंहासे आना, सिर दर्द, थोड़ा वजन बढ़ने की समस्या हो सकती है.
कब लगवाएं कॉपर टी
कभी भी जब महिला गर्भवती न हो. त्न पीरियड्स के 10-12 दिनों में
डिलीवरी के बाद से दो दिन तक या फिर चार हफ्ते बाद
गर्भपात के बाद
क्या हैं फायदे
लंबे समय तक कारगर है. 3, 5 या 10 साल. एक बार का खर्च है.
महिलाओं को गर्भ ठहरना की रोज-रोज की चिंता नहीं रहती.
यह युटेरस के कैंसर से बचाता है.
कौन लगवा सकता है
जो महिलाएं लंबे समय तक गर्भ धारण नहीं करना चाहतीं या बच्चों के बीच अंतर रखना चाहती हों.
कौन नहीं लगवा सकता
डिलीवरी के दो दिन बाद से चार हफ्ते तक त्न अगर डिलीवरी/अबॉर्शन के बाद इन्फेक्शन हो
पीरियड्स के अलावा भी ब्लीडिंग हो त्न महिला गर्भवती हो
युटेरस या सर्विक्स का कैंसर हो.
यौन संक्रमण का रिस्क हो.
क्या हैं इसके साइड इफेक्ट्स
कुछ महिलाओं को पीरियड में ज्यादा या लंबे समय तक ब्लीडिंग हो सकती है.
पेट में दर्द
ये लक्षण कॉपर-टी लगवाने के पहले दो-तीन महीनों में ठीक हो जाते हैं. अगर ब्लीडिंग या दर्द बहुत ज्यादा हो रहा हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
एनिमिया में ज्यादा ब्लीडिंग होने से यह बढ़ सकता है.
कॉपर-टी लगवाने समय अगर गुप्तांग में इन्फेक्शन हो, तो फैल कर पीआइडी का रूप ले सकता है.
डॉ मोनिका अनंत
असिस्टेंट प्रोफेसर (ओ एंड जी)
एम्स, पटना